घटना का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता एक नेपाली मूल की युवती है, जो कुछ दिनों पहले पटना आई थी। वह अपने किसी निजी कार्य के लिए बस में सफर कर रही थी, जब यह भयावह घटना घटी। पीड़िता का कहना है कि बस ड्राइवर ने उसे अकेला पाकर उसका शारीरिक शोषण किया। ड्राइवर ने कथित तौर पर बस को सुनसान इलाकों और शहर के विभिन्न हिस्सों में घुमाया, ताकि कोई उसकी हरकतों को न देख सके। इस दौरान पीड़िता को धमकियां दी गईं और उसका मानसिक और शारीरिक शोषण किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर इस घटना की शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराई। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपी ड्राइवर की तलाश में छापेमारी कर रही है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
पटना पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस निजी कंपनी की थी और ड्राइवर ने सुनियोजित तरीके से इस अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने बस के मालिक और संबंधित ट्रांसपोर्ट कंपनी से भी पूछताछ शुरू की है। सीसीटीवी फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
डॉ0_अनु_कुमारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया की आज दिनांक 06.08.25 को हवाईअड्डा थानान्तर्गत एक व्यक्ति द्वारा एक महिला से दुष्कर्म किये जाने संबंधी सूचना प्राप्त हुई है।
इसमें हवाईअड्डा थाना में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ किया गया है। फोरेंसिक साक्ष्यों का संकलन हेतु #FSL_टीम को बुलाया गया है । अग्रतर विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।
विपक्षी दलों ने भी इस घटना को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “बिहार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। यह घटना सरकार की नाकामी को दर्शाती है। अपराधियों को संरक्षण देने वाली व्यवस्था को बदलने की जरूरत है।”
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना पटना में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेष रूप से सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल देती है। हाल के वर्षों में बिहार में बलात्कार और यौन उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसके चलते राज्य सरकार पर दबाव बढ़ रहा है।
महिला आयोग की एक सदस्य ने कहा, “यह घटना बेहद चिंताजनक है। हम इस मामले में पीड़िता को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले।”
आगे की राह
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में पारदर्शी जांच की जाएगी और दोषी को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। साथ ही, इस घटना ने एक बार फिर से सार्वजनिक परिवहन में सीसीटीवी, जीपीएस ट्रैकिंग और महिला यात्रियों के लिए विशेष सुरक्षा उपायों की जरूरत को रेखांकित किया है।
समाज के सभी वर्गों से अपील की जा रही है कि वे इस तरह की घटनाओं के खिलाफ एकजुट हों और पीड़िताओं को सहानुभूति और समर्थन प्रदान करें। यह समय है कि हम न केवल कानून को सख्त करें, बल्कि समाज में ऐसी मानसिकता को बदलने के लिए भी काम करें, जो इस तरह के जघन्य अपराधों को जन्म देती है।

