प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख बयान:
• “संसद ड्रामे की जगह नहीं, डिलीवरी की जगह है।”
• “कुछ दल आगामी चुनावों के लिए वार्म-अप करने या हार के फ्रस्ट्रेशन को निकालने के लिए संसद का इस्तेमाल कर रहे हैं।”
• “जीत का अहंकार और हार का कुंठा दोनों ही यहां नहीं चलने चाहिए।”
• पहली बार के सांसदों और युवा सांसदों को बोलने का मौका नहीं मिलने पर दुख जताया और सभी दलों से उन्हें मौका देने की अपील की।
• बिहार विधानसभा चुनाव में जनता के बढ़ते विश्वास और महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष को हार से उबरकर राष्ट्रीय मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
सदन के अंदर हुई मुख्य घटनाएँ:
• लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई।
• राज्यसभा में नए उप-राष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने पहली बार अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके सामाजिक कार्यों और सादगी की प्रशंसा की।
• लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने हाल में दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि दी।
• महिला कबड्डी, महिला क्रिकेट और महिला ब्लाइंड क्रिकेट टीम की विश्व कप जीत पर दोनों सदनों में बधाई दी गई।
• वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन महत्वपूर्ण बिल पेश किए:
1. मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) बिल, 2025
2. केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) बिल, 2025
3. स्वास्थ्य सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा उपकर बिल, 2025
विपक्ष का हंगामा:
• प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया।
• लाल किले में हालिया विस्फोट और आंतरिक सुरक्षा तथा 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष संशोधन (SIR) पर चर्चा की मांग की।
• स्पीकर ने कहा कि ये मुद्दे प्रश्नकाल के एजेंडे में नहीं हैं, इसके बाद विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव की मांग की।
• लोकसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्र के प्रमुख मुद्दे:
सरकार: सिविल न्यूक्लियर सेक्टर को निजी क्षेत्र के लिए खोलने वाला बिल लाने की तैयारी।
विपक्ष: 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष संशोधन और राष्ट्रीय सुरक्षा पर बहस चाहता है। रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में भी सरकार ने इन मुद्दों पर कोई आश्वासन नहीं दिया।
सत्र में विपक्ष को कुल समय का केवल 25% से कम समय मिला है, जिससे तनाव बढ़ने की आशंका है।
आज के दिन का मुख्य संदेश: प्रधानमंत्री ने संसद को नीति और विकास का मंच बनाने की अपील की, वहीं विपक्ष सुरक्षा और चुनावी मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।

