हालांकि, स्थानीय स्तर पर ऐसी कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिली, लेकिन ये अफवाहें पुराने सामुदायिक तनावों को हवा देने का काम कर रही हैं।
दुबई के अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार दोपहर लगभग 2:10 बजे (स्थानीय समय) तेजस विमान प्रदर्शन के दौरान अचानक संतुलन खो बैठा। विमान कम ऊंचाई पर बैरल रोल और नेगेटिव-जी टर्न कर रहा था, जब यह लड़खड़ाया और जमीन से टकराकर आग के गोले में बदल गया। विमान में सवार विंग कमांडर नमांश स्याल, जो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले थे, शहीद हो गए। भारतीय वायुसेना ने तुरंत कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है, और प्रारंभिक रिपोर्ट्स में इंजन सिजर या तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है।
यह तेजस का 24 सालों में दूसरा क्रैश था—पहला मार्च 2024 में राजस्थान में हुआ था, जिसमें पायलट सुरक्षित बच निकले थे।
पाकिस्तानी मीडिया ने इस हादसे को तुरंत अपने चैनलों का ‘ट्रंप कार्ड’ बना लिया। डॉन न्यूज और जियो न्यूज जैसे आउटलेट्स ने हेडलाइंस में लिखा, “भारत का तेजस ‘खुद को संभाल नहीं पाया’”, और इसे ऑपरेशन सिंदूर (मई 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए चार दिवसीय संघर्ष) से जोड़ दिया, जहां पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसके जेएफ-17 विमानों ने सात भारतीय विमान गिराए थे। एक वायरल वीडियो में पाकिस्तानी पत्रकार क्रैश होते ही हंसते नजर आए, कहते हुए, “अल्लाह की करम से आज ही यहां आए, कल तेल लीक हो रहा था, आज पूरा प्लेन गिर गया!” सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी यूजर्स ने मीम्स और पोस्ट्स शेयर किए, जैसे “चीन के खिलौने जैसे हथियारों वाला देश अब आसमान में भी गिर रहा है।”
पाकिस्तान स्ट्रेटेजिक फोरम ने औपचारिक संवेदना तो जताई, लेकिन कई एंकरों ने इसे ‘भारत की आत्मनिर्भरता की नाकामी’ करार दिया।
हालांकि, पाकिस्तान के ही एक नागरिक ने इस जश्न पर आईना दिखाया। विंग कमांडर नोमान अकरम (पाकिस्तानी पायलट, जो ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए) के भाई सलमान अकरम ने एक्स पर लिखा, “किसी सैनिक की मौत का जश्न मनाना किसी के लिए भी आखिरी चीज होनी चाहिए। ये उनके लिए भी आसान नहीं होगा।” उनकी यह पोस्ट हजारों रीट्वीट्स बटोर चुकी है।
दूसरी ओर, भारत में सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलने लगीं कि दिल्ली के ओखला विहार और शाहीन बाग—जो 2019-20 के सीएए विरोध प्रदर्शनों के लिए कुख्यात हैं—में ‘जश्न का माहौल’ है। कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि वहां बिरयानी बनाई जा रही हैं और पटाखे फोड़े जा रहे हैं, लेकिन ये बिना सबूत के हैं।
स्थानीय निवासियों और पुलिस सूत्रों से बातचीत में ऐसी कोई पुष्टि नहीं हुई। ओखला विधानसभा क्षेत्र (जिसमें ये इलाके आते हैं) में रहने वाले अब्दुल रजा जैसे लोग कहते हैं, “दंगे पुरानी बात हो गई, अब मुद्दा पानी, सड़क और नौकरियां हैं। सैनिक की मौत पर जश्न? ये अफवाहें ही हैं।” फिर भी, ये अफवाहें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जो पुराने घावों को कुरेदने का काम कर रही हैं।
तेजस क्रैश ने भारत की निर्यात महत्वाकांक्षाओं को झटका दिया है। रॉयटर्स के अनुसार, एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में संभावित खरीदारों के बीच अब सवाल उठ रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि तेजस का सेफ्टी रिकॉर्ड विश्व स्तर पर मजबूत रहा है—पिछले दशक में सैकड़ों उड़ानों के बावजूद यह पहला बड़ा हादसा है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने कहा कि जांच पूरी होने पर पारदर्शी रिपोर्ट साझा की जाएगी।
शहीद नमांश स्याल का पार्थिव शरीर रविवार को कांगड़ा एयरपोर्ट लाया गया, जहां उनकी पत्नी विंग कमांडर अफसाना स्याल ने आईएएफ की वर्दी पहनकर सलामी दी। उनके माता-पिता भावुक होकर बोले, “मैंने बेटा खोया, देश ने एक होनहार पायलट।” रूसी एरोबेटिक टीम ने दुबई एयरशो के अंतिम दिन नमांश को श्रद्धांजलि दी।
यह हादसा न केवल तकनीकी जांच का विषय है, बल्कि पड़ोसी संबंधों और घरेलू सामंजस्य की परीक्षा भी। क्या ये अफवाहें और जश्न भारत की एकता को चुनौती देंगे, या शहीद की शहादत सबको जोड़ेगी? समय ही बताएगा।

