NTEP: नोएडा । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अन्तर्गत 23 नवम्बर से शुरू हुए सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान के तहत घर-घर टीबी रोगी खोजे जा रहे हैं। पिछले पांच दिनों में अभियान के दौरान 12 सक्रिय क्षय रोगी खोजे जा चुके हैं। सभी को पोर्टल पर दर्ज कर उनका उपचार शुरू कर दिया गया है। यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. आर.पी. सिंह ने मंगलवार को दी।
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जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि 23 नवम्बर से शुरू हुआ अभियान पांच दिसम्बर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि 23 से 27 नवम्बर तक घर-घर जाकर करीब 2.14 लाख लोगों टीबी स्क्रीनिंग गई, जिसमें लक्षणों के आधार पर 364 लोगों के बलगम की जांच की गई। जांच में 12 लोग पॉजिटिव मिले। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जनपद की करीब 18.5 लाख आबादी के सापेक्ष करीब 3.92 लाख आबादी की टीबी की स्क्रीनिंग की जानी है। अभियान के तहत कुल आबादी का 20 प्रतिशत कवर किया जाएगा। इसके तहत करीब 98 हजार घरों पर एसीएफ टीम दस्तक देंगी। अभियान के लिए जनपद में 195 टीम गठित की गई हैं। हर टीम में तीन सदस्य हैं।
हर टीम पर निगरानी रखने के लिए 39 सुपरवाइजर नियुक्त किये गये हैं। संपूर्ण अभियान पर नजर रखने के लिए नौ नोडल अधिकारी बनाये गये हैं। गौरतलब है कि जनपद में नौ टीबी यूनिट -बिसरख, दादरी, भंगेल, दनकौर, जेवर, ममूरा, नोएडा, बरौला, नोएडा, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) हैं।
अभियान में करें सहयोग, कराएं टीबी की जांच
डा. सिंह ने लोगों से अपील की है कि वह घर आने वाली एसीएफ टीम का सहयोग करें और लक्षणों के आधार पर जांच जरूर कराएं। दो हफ्ते से लगातार खांसी रहना, खांसी के साथ बलगम में खून आना, दो हफ्ते से ज्यादा बुखार रहना, वजन कम होना,रात में सोते समय पसीना आना, भूख कम लगना इत्यादि टीबी के लक्षण हैं। यदि परिवार में किसी के इससे मिलते जुलते लक्षण हैं तो छिपाएं नहीं, जांच जरूर कराएं। घर आने वाली टीम बलगम जांच के लिए डिब्बी देगी, जिसमें सुबह का पहला बलगम जांच के लिए देना है।
उन्होंने बताया कि सबसे पहले घरों में एसीएफ अभियान चलाया जा रहा है। उसके बाद अनाथालय वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार, सब्जी मंडी, फल मंडी, लेबर मार्केट, निमार्णाधीन प्रोजेक्ट, ईंट भट्ठों, स्टोन क्रेशर, साप्ताहिक बाजारों में अभियान चलाया जाएगा।
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