NPG: पीएम गतिशक्ति के तहत रेल, सड़कों की पांच परियोजनाओं का आकलन

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NPG: नयी दिल्ली: पीएम गतिशक्ति के अंतर्गत नेटवर्क योजना समूह (NPG) की 85वीं बैठक में अवसंरचाना विकास की पांच परियोजनाओं का आकलन किया गया जिनमें 2 रेलवे और 3 राजमार्ग विकास की परियोजनाएं हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के संयुक्त सचिव डॉ. सुरेन्द्र अहिरवार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में रेल मंत्रालय की जिन दो परियोजनाओं का गतिशक्ति के सिद्धांतों के अनुसार आकल किया गया है उनमें से एक झारखण्ड और ओडिशा से और दूसरी उत्तर प्रदेश से जुड़ी है।

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विज्ञप्ति के अनुसार झारखंड और ओडिशा में मौजूदा कॉरिडोर के समानांतर 85.88 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी लाइन बनाने के लिए डांगोपोसी-जरोली परियोजना और उत्तर प्रदेश में बुढ़वल-गोंडा कचहरी परियोजना में 55.75 किलोमीटर लंबी चौथी रेल लाइन शामिल है। उत्तर प्रदेश में यह परियोजना बाराबंकी, बहराइच और गोंडा जिलों में संपर्क सुविधा को बढ़ाएगी जिससे यात्रियों की आवाजाही और माल ढुलाई में सुधार होगा।
बैठक में आकलित सड़क परिवहन और राजमार्ग परियोजनाओं में बाराबंकी-बहराइच परियोजना भी एक है जो पीएम गतिशक्ति के-927 कॉरिडोर के 101.54 किलोमीटर हिस्से को छह लेन वाली संरचनाओं के साथ चार उन्‍नत करने पर केंद्रित है। विज्ञप्ति के अनुसार यह बेहतर संपर्क सुविधा लखनऊ, श्रावस्ती एयरपोर्ट, एनएच-27 और भारत-नेपाल सीमा को जोड़ेगी जिससे उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत में व्यापार में सुविधा होगी और यात्रा समय में कमी आएगी।

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बैठक में उत्तर प्रदेश में कानपुर रिंग रोड-कबरई तथा राजस्थान में सिंघाना-तीतंवर राजमार्ग विकास परियोजनाओं का भी आकलन किया गया।
कानपुर-कबरई राजमार्ग परियोजना के तहत छह लेन वाली 118.8 किलोमीटर लंबी चार-लेन वाली नयी राजमार्ग परियोजना है जो कानपुर रिंग रोड को एनएच-35 पर कबरई से जोड़ेगी। इसी तरह राजस्थान में सिंघाना-तितांवर परियोजना में राजस्थान में एनएच-311 के साथ 40.725 किलोमीटर लंबा चार-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड हाईवे प्रस्तावित है। सरकार का कहना है कि यह परियोजना सीकर, नागौर, जोधपुर और दिल्ली में माल ढुलाई और यात्री आवाजाही में सुधार लाएगी।

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