Gold Rate Hike: जिस तरह लगातार सोने के रेट बढ़ते जा रहे हैं, उससे एक बात तो साफ हो जा रही है। अब ब्याह शादियों में सोने की जगह कुछ और देने की तैयारी होनी चाहिए। जिस तरह लोग श्रृंगार में सबसे अधिक सोना देते हैं। अब ऐसा लगने लगा है आने वाले समय में आर्टिफिशियल ज्वेलरी आकर्षण बनने वाली है। ये हर माता-पिता की चाहत होती है, और यही भारतीय परंपरा कि बेटी को सोना दिया जाए लेकिन अब कुछ ऐसे माता-पिता भी हैं, जो कह रहे हैं कि बिना गहनों के कैसे बिटिया को विदा करेंगे? भारतीय शादी में श्रृंगार का अहम स्थान है, और उसमें सोने की ज्वेलरी सबसे ऊपर है। दुल्हन के श्रृंगार से लेकर दुल्हा-दुल्हन के परिवारों की शान तक, हर जगह सोना ही मुख्य आकर्षण होता है। यही कारण है कि सोने के बिना भारतीय शादी की कल्पना अधूरी-सी लगती है।
हालांकि शादी में मिले सोने-चांदी को संजोकर रखना भी हमारी परंपरा रही है, जो एक तरह से सुरक्षित निवेश भी है। परंपरा के अनुसार, दुल्हन को विवाह के समय सोने के गहने देना न सिर्फ उसकी सुंदरता को बढ़ाने के लिए होता है, बल्कि यह उसके भविष्य की आर्थिक सुरक्षा का भी संकेत है।
दरअसल, मौजूदा समय में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं, लेकिन इस साल शादी का सीजन कई परिवारों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है, क्योंकि इस वक्त सोना न सिर्फ महंगा हुआ है, बल्कि लगातार बढ़ती कीमतों ने उन परिवारों को सोचने पर मजबूर कर दिया है, जिनके यहां इस साल शादी है। इस वर्ष सोने के रेट करीब 40 फीसदी बढे है।
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