Ghaziabad news : जिला एमएमजी चिकित्सालय सभागार में शुक्रवार को पेशेंट प्रोवाइडर सपोर्ट एजेंसी (पीपीएसए) – हिंदुस्तान लेटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रमोशन ट्रस्ट (एचएलएफपीपीटी) के कार्यों की समीक्षा राज्य स्तरीय टीम केजरिए की गई। टीम ने समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद में पीपीएसए के द्वारा निजी क्षेत्र से कुल 4310 क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन कर सभी क्षय रोगियों को सरकार की ओर से चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया। वर्ष 2022 में जनवरी से अक्टूबर तक यह आंकड़ा मात्र 2915 था। समीक्षा के दौरान पीपीएसए टीम के द्वारा इतनी संख्या में नोटिफिकेशन किए जाने की सराहना की गई, साथ ही हर निजी चिकित्सक तक पहुंच बनाने के साथ ही शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन के निर्देश दिए गए।बता दें कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए नोटिफिकेशन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। जिला एमएमजी चिकित्सालय में 31 अक्टूबर से एक नवंबर तक चले प्रशिक्षण और संवेदीकरण कार्यक्रम का भी मूल उद्देश्य निक्षय पोर्टल पर शत-प्रतितश टीबी नोटिफिकेशन करना ही था। इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से टीम गठित कर भेजी गई थी।
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पीपीएसए के कार्यों की समीक्षा के लिए टीम ने अपना कार्यक्रम एक दिन आगे बढ़ाया और शुक्रवार को पीपीएसए की समीक्षा की। समीक्षा में स्टेट डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डा. प्रीति, मंडल डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डा. रेनु डफे, डिप्टी क्षय रोग अधिकारी डा. अनिल यादव, स्टेट टेक्निकल सपोर्ट यूनिट से भारतेश सेट्ठी टीम लीड, जिला पीपीएम समन्वयक दीपाली गुप्ता और एचएलएफपीपीटी से स्टेट प्रोग्राम मैनेजर अंकुर चौधरी और जिला समन्वयक महेश भदौरिया के साथ उनकी पूरी टीम मौजूद रही।जिला पीपीएम समन्वयक दीपाली गुप्ता ने बताया – समीक्षा में राज्य स्तरीय टीम ने पाया कि जनपद गाजियाबाद के पीपीएसए हिन्दुस्तान लेटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रमोशन ट्रस्ट की टीम ने इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर तक निजी क्षेत्र से कुल 4310 नोटिफिकेशन किए। उन्होंने बताया – पीपीएसए की टीम निजी चिकित्सकों और दवा की दुकानों से डेटा जुटाकर ऐसे क्षय रोगियों से संपर्क स्थापित करती है जो निजी चिकित्सकों से उपचार प्राप्त कर रहे हैं। संपर्क स्थापित करने का उद्देश्य निक्षय पोर्टल पर सभी क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन कर उनके लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाना है। उन्होंने बताया कि नोटिफिकेशन के बाद ही निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह पांच सौ रुपए उसके खाते में भेजे जाते हैं। यह राशि क्षय रोगी के बेहतर पोषण के लिए होती है। दरअसल बेहतर रिकवरी के लिए टीबी की दवाओं के साथ ही रोगी को उच्च प्रोटीन और विटामिन युक्त भोजन देना जरूरी होता है।
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