Noida: विपक्ष विहीन हो जाएंगा उत्तर प्रदेश का शो विंडो

लगातार सभी दलों के नेता अपनी-अपनी पार्टियां छोड़कर कमल पकड़ रहे हैं। ऐसा लगने लगा है कि विपक्ष विहीन हो जाएगा गौतम बुध नगर। दो बार विधायक रहे सतबीर गुर्जर, सपा के कद्दावर नेता एवं लोकसभा प्रत्याशी रहे नरेंद्र भाटी, सपा के राज्यसभा सांसद रहे सुरेंद्र नागर जैसे बड़े नेताओं ने अपने-अपने दलों को अलविदा कहकर भाजपा में शामिल होने का कदम उठा दिया। सांसद सुरेंद्र सिंह नागर की भाजपा में मजबूत पकड़ बताई जा रही है। उनके सीधे संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे बताए जाते हैं। यही कारण है कि सुरेंद्र नागर के साथ उनकी टीम भी भाजपा में शामिल हो गई। इसके बाद एक-एक कर सपा और बसपा के नेताओं के साथ साथ कांग्रेस के नेताओं ने भी कमल का फूल अपना लिया। कांग्रेस की ओर से नोएडा विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले डॉ वीएस चैहान भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में चले गए। ठीक इसी तरह पुराने कांग्रेसी कहे जाने वाले एनपी सिंह ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर कमल पकड़ना बेहतर समझा। जिस तरह से नेता भाजपा की ओर रुख कर रहे हैं। उससे लग रहा है कि अब जिले में विपक्ष के नेता ढूंढे नहीं मिलेंगे। बसपा में मायावती के काफी करीबी कहे जाने वाले सतबीर गुर्जर ने हाथी से उतर कर कमल को थामा है। माना जा रहा है कि सतबीर गुर्जर काफी समय से भाजपा में शामिल होने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें भाजपा से जोड़ने वाली मजबूत कड़ी नहीं मिल पा रही थी। डॉ महेश शर्मा के रूप में उन्हें मजबूत कड़ी मिली, तो वह भाजपा से जुड़ गए। नरेंद्र भाटी को भी भाजपा में शामिल कराने का श्रेय डॉ महेश शर्मा को ही जाता है। अब देखना यह है कि इन नेताओं के पीछे पीछे और कितने नेता भाजपा का रुख करेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सपा बसपा और कांग्रेस को यहां उम्मीदवार ढूंढने के लिए दूरबीन लगानी होगी। क्योंकि भाजपा के सामने बड़े-बड़े नेताओं की हिम्मत जवाब देने लगेंगे या यूं कहे की नेतागिरी का शौक सत्ता में ही पूरा होता है।

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