Noida : इन गांवों में है बाढ का खतरा, सकंट में लाखों लोगों की जिंदगी

Noida । यमुना तो यमुना अब हिंडन नदी भी उफान मारने लगी है। जलस्तर खतरे के लाल निशान के काफी करीब है। रविवार को हिंडन के किनारे बसे बहलोलपुर, छिजारसी, चोटपुर, युसूफपुर व हैबतपुर के डूब क्षेत्र में बसी कॉलोनी और घरों तक में पानी भर गया। इससे करीब 120 लोग प्रभावित हुए, जिसमें से 41 को प्रशासन ने राहत शिविरों में विस्थापित किया है। हिंडन का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे किनारे पर बसे 14 गांवों में बाढ़ का खतरा है। जिससे करीब 1 लाख 20 हजार लोगों की जिंदगी संकट में आ सकती है।

 

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जिला प्रशासन के मुताबिक हिंडन नदी बहलोलपुर, छिजारसी, गढ़ी कलंजरी, चोटपुर, सलेमपुर, कुलेसरा, हैबतपुर समेत कई गांवों से होते हुए सफीपुर, चूहड़पुर से निकलकर मोमनाथल गांव में जाकर यमुना में मिल रही है। अधिकारियों के अनुसार हिंडन नदी के किनारे 14 गांव बसे हैं। पानी का स्तर बढ़ने से यहां के डूब क्षेत्र में बनी कॉलोनी में रह रहे लोगों को विस्थापित होना पड़ सकता है। रविवार को हिंडन में 18635 क्यूसेक पानी बह रहा था। डाउनस्ट्रीम जलस्तर 200.65 मीटर होने के कारण नदी ने मिट्टी का कटान शुरू कर दिया और पानी मैड के ऊपर से बहकर कॉलोनियों और घरों में भर गया। हिंडन में खतरे का लाल निशान 205.80 मीटर पर है। बहलोलपुर और छिजारसी में अबतक सबसे अधिक पानी भरा होने का अनुमान है। यहां डूब क्षेत्र में बने घरों में रहने वाले 41 पीड़ितों को शिविरों में विस्थापित कराया गया है। उधर, चोटपुर और हैबतपुर गांव से भी लोगों ने घर छोड़कर जाना शुरू कर दिया है। रविवार को काफी लोग ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों में सामान लादकर सुरक्षित स्थान पर जाते दिखाई दिए।


बनाई पांच बाढ़ चैकियां
हिंडन के प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने पांच बाढ़ चैकियां स्थापित की गई है। साथ ही चार गांवों में एक एक राहत शिविर बनाया गया है। चोटपुर में नंदा पब्लिक स्कूल, बहलोलपुर में साक्षी पब्लिक स्कूल, युसूफपुर में देव विद्या पीठ स्कूल और हैवतपुर में कन्हैया पब्लिक स्कूल में शिविर बना है। फंसे हुए लोगों को इन्हीं शिविरों में लाया जा रहा है। यहां उनकी देखरेख के लिए मेडिकल टीमें मौजूद है, साथ ही खानपान की व्यवस्था भी प्रशासन की ओर से की जा रही है।

पांच गांवों की करीब 3.50 लाख आबादी
प्रशासन के अनुसार इन पांच गांवों में करीब 3.50 लाख आबादी है। इनमें सबसे ज्यादा 65,000 लोग चोटपुर में रहते हैं। चोटपुर में रविवार को कई घरों में पानी भर गया। बहलोलपुर की कुल आबादी 40 हजार, हैबतपुर में 50 हजार, छिजारसी में 50 हजार और युसूफपुर में 45 हजार है।

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यमुना का जलस्तर भी बढ़ने लगा
हिंडन में बाढ़ आने से यमुना का जलस्तर भी बढ़ना शुरू हो गया है। बीते दिनों तक जहां यमुना में 38 हजार क्यूसेक पानी भय रहा था वहीं, अब 78336 क्यूसेक पानी बह रहा है। जलस्तर 198.85 हो गया है। बता दें कि यमुना में खतरनाक जलस्तर 200.60 मीटर है। बीते दिनों जलस्तर इससे भी ऊपर पहुंच गया था। जिससे करीब 53 गांव और 8 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। चार हजार से ज्यादा को विस्थापित किया गया था।

एडीएम फाइनेंस बोले
एडीएम फाइनेंस अतुल कुमार का कहना है कि हिंडन के डूब क्षेत्र से लोगों को निकलने के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन लोगों को बचाने के हर संभव प्रयास कर रहा हैं। संडे को पांच गांवों तक पानी पहुंचा लेकिन गंभीर रूप से प्रभावित नहीं हुए हैं।

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