Noida:खर्चा बढ़ा तो “फर्जी” फिल्म के बन गए शाहिद कपूर, जानें पूरी कहानी
Noida:थाना सेक्टर 63 पुलिस ने ऐसे युवको एवं युवती को गिरफ्तार किया हे जो खर्चा बढ़ते ही फर्जी फिल्म यानी वेब सीरिज के शाहिद कपूर बन गए। पुलिस ने बहलोलपुर से लैपटॉप व कलर प्रिन्टर आदि के जरिये फर्जी नोट छाप कर भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में ठेली ठप्पी व अन्य फुटकर दुकानो पर चलाने वाले 02 अभियुक्त व एक अभियुक्ता कुल तीन अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 100-100 के तैयार 327 नकली नोट(कुल 32700 रूपये) व 200-200 के तैयार 107 नकली नोट (कुल 21400 रूपये) व 10 सीट 100 के नोटो की बिना कटी प्रत्येक में 4 नोट नकली छपे है , 11 सीट 200 रूपये की बिना कटी प्रत्येक में 4 नोट नकली छपे है, एक प्रिन्टर एचपी कम्पनी , एक मोबाईल वीवो कम्पनी, एक मोबाईल ओप्पो कम्पनी, एक मोबाईल रेडमी कम्पनी , एक लैपटाप लिनोवो कम्पनी, अधबने 100 के 23 नोट व सफेद कागज 32, दो फाईल कोरे कागजो की, एक मेज, एक कटर, एक डब्बी फेवीकोल, एक डब्बे में 02 भरी हुई कलर्ड ब्लैक इंक , 03 खाली डब्बी इंक की, एक पैमाना स्टील, एक स्कूटी टेस्टनी रंग ब्राउन कलर की जिस पर रजि0 नम्बर यूपी 16 सीपी 5884 बरामद।
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डीसीपी सेटल नोएड राम बदन सिंह ने बताया कि थाना सेक्टर 63 पुलिस द्वारा एफएनजी तिराहे के पास अग्रेजी ठेके के सामने सेक्टर 63 से शरगून पुत्र बिरेन्द्र शर्मा और धीरज पुत्र धुव प्रसाद जाटव और कोमल यादव उर्फ प्रिया यादव पुत्री कमल सिंह यादव को गिरफ्तार किया गया है। कब्जे से 100-100 के तैयार 327 नकली नोट(कुल 32700 रूपये) व 200-200 के तैयार 107 नकली नोट (कुल 21400 रूपये) व 10 सीट 100 के नोटो की बिना कटी प्रत्येक में 4 नोट नकली छपे है , 11 सीट 200 रूपये की बिना कटी प्रत्येक में 4 नोट नकली छपे है, एक प्रिन्टर एचपी कम्पनी , एक मोबाईल वीवो कम्पनी, एक मोबाईल ओप्पो कम्पनी, एक मोबाईल रेडमी कम्पनी , एक लैपटाप लिनोवो कम्पनी, अधबने 100 के 23 नोट व सफेद कागज 32, दो फाईल कोरे कागजो की, एक मेज, एक कटर, एक डब्बी फेवीकोल, एक डब्बे में 02 भरी हुई कलर्ड ब्लैक इंक , 03 खाली डब्बी इंक की, एक पैमाना स्टील, एक स्कूटी टेस्टनी रंग ब्राउन कलर की जिस पर रजि0 नम्बर यूपी 16 सीपी 5884 बरामद किये गये है।
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इस तरह करते थे जालीनोट का कारोबार
ये युवक और युवती काफी खर्चा करते थे और पैसा कही से नही मिल रहा था एक दिन अभियुक्तों ने मिलकर शहिद कपूर की जाली नोटो पर बनी मूवी देखी थी। जो नकली नोटो से सम्बन्धित है और इसके बाद यूटूब पर नकली नोट बनाने का तरीका देखा और समझा था । अभियुक्तों ने योजना के मुताबिक लगभग तीन माह पूर्व एक कलर प्रिन्टर खरीदा था लेकिन वह अभियुक्तों के सीखने में खराब हो गया था इसके बाद अभियुक्तों ने दोबारा फिर शीप्रामॉल से कलर प्रिन्टर खरीदा था फिर साईबर कैफे में जाकर प्रिन्टर खरीदने से पहले काम किया था और फिर अभियुक्तों ने प्रिन्टर खरीदकर नकली नोट बनाने की योजना बनायी। अभियुक्त कुछ नोट 100 व 200 के प्रिन्टर के माध्यम से कलर प्रिन्ट निकालते है जिसमे अभियुक्त सफेद कागज ए4 साईज ड्राइंग का इस्तेमाल करते है पहले एक तरफ से फिर दूसरी तरफ से प्रिन्ट निकालकर फेवीकाल से दोनो को चिपकाकर व कटर से काटकर नोट तैयार कर लेते है। इसके अतिरिक्त इस कागज से अलग थोड़ा मोटा कागज इस्तेमाल करते है और कलर प्रिन्टर निकालते है इस कागज में अभियुक्तों को नोट चिपकाने की जरूरत नही पड़ती है।
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\इस अवैध कारोबार में अभियुक्तगण ने बताया कि जो नोट प्रति दिन अभियुक्त बनाते थे उनमें से कुछ नोट आपस में बाट लेते है व कुछ नोट अभियुक्त अपने पास रख लेते थे तीनो अभियुक्त भीड़ भाड़ वाला क्षेत्र चिन्हित करते थे जहाँ पर सब्जी , फलो, जूस की ठेली लगाने वाले व्यक्ति व खोखे तथा परचून की दुकान आदि जहाँ ज्यादा संख्या में लोग होते थे वहा पर नकली नोट चलाते थे। हम ज्यादातर छोटे बच्चो को 100 व 200 का नोट देकर दुकान पर भेजते थे ताकि कोई शक न करे और बच्चे से 20 या 30 रूपये का सामान खाने पीने का मगांते थे जिसे बच्चा खा पी लेता था और बाकी पैसे हम अपने पास रख लेते थे अभियुक्तगण ने बताया हम जल्दी से जल्दी अधिक धन कमाना चाह रहे थे तथा बताया कोमल के जरिये राह चलते लोगो की गाड़ी को रूकवाकर किसी न किसी बहाने से उसमे सवार चालक को क्लोरोफार्म सुघांकर उनसे उनका माल लूट करने की योजना भी बना रहे थे। इसी इरादे से हमने कुछ लोगो को भी टारगेट किया हुआ था। हमने 500 व 2000 के जाली नोट छापने की योजना भी बनायी थी। हमने गुगल से काफी साफ्टवेयर डाउनलोड किये थे लेकिन 500 व 2000 के नोट हम सही से नही बना पाये हम नौकरी लगाने के नाम पर किसी की मार्कशीट में किसी का नाम चढ़ा देते थे ।