Noida/Garhi Chaukhandi News: नोएडा के सेक्टर-68 स्थित गढ़ी चौखंडी गांव के आसपास की सड़कें एक बार फिर खराब हो गई हैं। बारिश के बाद गड्ढों से भरी इन सड़कों ने ग्रामीणों और राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नालों का टूटना, पानी का सड़क पर बहना और कचरे का ढेर लगना जैसी समस्याएं यहां आम हो चुकी हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों ने नोएडा प्राधिकरण पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए त्वरित मरम्मत की मांग की है।
गढ़ी चौखंडी, जो नोएडा के फेज-3 इलाके में स्थित है, लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। हाल के सोशल मीडिया पोस्ट्स और समाचार रिपोर्ट्स के अनुसार, सेक्टर-68 की गली नंबर-3 में नाला टूट चुका है और उसकी जाली भी गायब है, जिससे पानी सड़क पर बह रहा है। एक स्थानीय निवासी सुमित यादव ने 1 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए नोएडा प्राधिकरण और सीएमओ कार्यालय को टैग किया, “तुरंत मरम्मत कराएं और जाली लगवाएं।” इसी तरह, साचिन यादव ने भी उसी दिन समान शिकायत दर्ज की, जिसमें गड्ढों और पानी भराव की तस्वीरें साझा की गईं।
ये समस्याएं नई नहीं हैं। सितंबर 2025 में साचिन यादव ने फिर से गली नंबर-2 और 3 में नाली के मलबे और बदबू की शिकायत की थी, जहां सड़क पर कचरा फैला होने से लोगों को निकलने में दिक्कत हो रही थी।
मई 2025 में राहुल तिवारी ने गली नंबर-10 के सामने 15 दिनों से जमा कचरे का वीडियो पोस्ट किया, जिसमें प्राधिकरण की लापरवाही पर सवाल उठाए गए। इन शिकायतों के बावजूद, मरम्मत कार्य में देरी हो रही है, जो ग्रामीणों में असंतोष पैदा कर रही है।
नोएडा प्राधिकरण ने मानसून के बाद सड़कों की मरम्मत का अभियान शुरू किया है, लेकिन गढ़ी चौखंडी जैसे ग्रामीण इलाकों में काम धीमा है।
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त-सितंबर 2025 में भारी बारिश से नोएडा की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं थी जो कल की बारिश में फिर से उखड़ गई है, प्राधिकरण ने गड्ढों को भरने का काम शुरू किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने 23 सितंबर को खबर दी कि प्राधिकरण ने हफ्तों पुरानी क्षति को ठीक करने के लिए अभियान चलाया, लेकिन स्थानीय स्तर पर प्रभाव सीमित दिख रहा है। अमर उजाला की रिपोर्ट में भी जुलाई 2025 में सेक्टर-100 की सर्विस रोड पर 12 फुट चौड़े गड्ढे का जिक्र है, जो हल्की बारिश में ही धंस गया था।
ग्रामीणों की परेशानियां केवल सड़कों तक सीमित नहीं हैं। अगस्त 2025 में भाजपा विधायक पंकज सिंह ने गढ़ी चौखंडी में जन-संवाद के दौरान सड़क, सीवर, पेयजल और बिजली जैसी समस्याओं पर चर्चा की और अधिकारियों को त्वरित निर्देश दिए। जनवरी 2025 में अमर उजाला संवाद कार्यक्रम में भी ग्रामीणों ने इन मुद्दों को उठाया था। हालांकि, मार्च 2025 में नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने गांव के स्कूल में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम चलाया, लेकिन व्यावहारिक सुधारों की कमी बनी हुई है।
स्थानीय निवासी अब प्राधिकरण से मांग कर रहे हैं कि न केवल सड़कों की मरम्मत हो, बल्कि नालों की सफाई और जालियों की स्थापना भी सुनिश्चित की जाए। एक ग्रामीण ने कहा, “हर बारिश में ये सड़कें दलदल बन जाती हैं, बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।” विशेषज्ञों का मानना है कि घटिया निर्माण सामग्री और रखरखाव की कमी ही इन समस्याओं का मूल कारण है। नोएडा प्राधिकरण ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सोशल मीडिया शिकायतों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
नोएडा, जो उत्तर प्रदेश का ‘शो विंडो’ माना जाता है, ऐसे मुद्दों से अपनी छवि खराब कर रहा है। यदि समय रहते सुधार न हुए, तो यह ग्रामीणों के बीच असंतोष को और बढ़ा सकता है। प्राधिकरण से उम्मीद है कि जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।

