Noida News: दिल्ली-नोएडा की पसमांदा मुस्लिम समाज उत्थान समिति संघ रजिस्टर्ड संस्था के मुख्य संरक्षक इरफान अहमद, संरक्षक सरफराज अली एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसान अब्बासी के नेतृत्व पीएम मोदी के समर्थन और तीसरी बार पीएत बनाने का आहवान किया गया।
प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा की देश के समस्त पसमांदा मुस्लिम समाज से अपील है कि लोकसभा चुनाव 2024 में पसमांदा मुस्लिम समाज मोदी जी के पक्ष में भारी संख्या में मतदान करें। उन्हें प्रधानमंत्री बनाने में अपना योगदान दें क्योंकि आजादी के बाद पूर्ववर्ती सरकारों ने पसमांदा मुस्लिम समाज का वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया। लेकिन उसका उत्थान नहीं किया। जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं।
यह भी पढ़े:Noida:रील बनाने की धीवानगी के चक्कर में कटा 18500 का चालान
तब से लेकर आज तक उन्होंने पिछड़े, अति पिछड़े, खासकर पसमांदा मुस्लिम समाज के उत्थान के लिए अपनी सरकार के केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के नेताओं सांसदों आदि को पसमांदा मुस्लिम समाज के मध्य जाने के लिए निर्देशित किया। भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य करने के लिए कहा है।
जब तक देश के पसमांदा मुस्लिम समाज का उत्थान नहीं होगा तब तक हिंदुस्तान विकसित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था ने भी ये निर्देशित किया है कि हमारे राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं प्रदेश पदाधिकारी तथा जिला स्तर तक की इकाई अपने-अपने राज्यों व जनपदों में पसमांदा मुस्लिम समाज के मध्य जाकर भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दे कर उन्हें लाभ बताएंगे।
Noida News: जिससे कि देश का पसमांदा मुस्लिम समाज अपने बच्चों को शिक्षा एवं कारोबार व रोजगार के माध्यम से देश की मुख्यधारा से जुड़ सकें। पिछले 9 सालों में भारत सरकार ने देश में लगभग सवा सौ जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। जिसमें सभी योजनाओं में पसमांदा मुस्लिम समाज का विशेष ध्यान रखा गया है। हम सब इन गरीब कल्याणकारी योजनाओं को ईमानदारी से समाज तक पहुंचाने में अपना योगदान दे देंगे तो गरीब पीड़ित शोषित पसमांदा मुस्लिम समाज का उत्थान व कल्याण हो जायेगा और इस काम को अंजाम तक पहुंचाने में हमारी संस्था अडिग है।
इस दौरान महाराष्ट्र प्रदेश के प्रभारी हाजी हैदर आजम, दिल्ली प्रदेश प्रभारी मोहम्मद सगीर, बिहार बंगाल व झारखंड प्रदेश के प्रभारी एहतशामुलहक, मीडिया प्रभारी पत्रकार फुरकान सलमानी , डॉ. फैजल सहाब, सोहेल अल्वी, नौशाद अब्बासी और पसमांदा मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवी उलेमा आदि सम्मिलित हुए।