Noida News: ये है ऐसे इंडियन जो अमेरिकी सिटीजन को बनाते थे बेवकूफ, अब तक सेकड़ों को ठगा
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Noida News: ये है ऐसे इंडियन जो अमेरिकी सिटीजन को बनाते थे बेवकूफ, अब तक सेकड़ों को ठगा

Noida News: अर्थव्यवस्था और तकनीक के मामले में अमेरिका भारत से कई कदम आगे बताया जाता है, लेकिन ये बात सुनकर हैरान हो जाएंगे कि कुछ भारतीय अमेरिकी सिटीजन को बेवकूफ बना रहे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी गौतमबुद्ध नगर पुलिस ऐसे कई गैंग पकड़ चुकी है, जो विदेशी नागरिको को ठगते थे। दरअसल, तकनीकी मदद के नाम पर अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर, लैपटॉप को रिमोट पर लेकर ठगी करने वाले एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर का खुलासा नोएडा पुलिस ने किया है। कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने बीते दिन यानी बुधवार को सेक्टर-100 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा और 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये ठग एप्पल प्रॉडक्ट के ऑर्डर कैंसिल होने पर रिफंड प्रोसेस करने के लिए तकनीकी सहायता के लिए फर्जी हेल्पलाइन नंबर देकर भी ठगी करते थे। पुलिस की टीम इस गिरोह के अन्य जालसाजों की तलाश कर रही है।

सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस
एसीपी प्रथम प्रवीण सिंह ने बताया कि कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस की टीम ने सूचना के आधार पर सेक्टर-100 में सी-234 में दबिश देकर फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ा। यहां से वीओआईपी कॉलिंग का सर्वर लगाकर विदेशी नागरिकों के लैपटॉप, कंप्यूटर पर लिंक, वायरस डाला जाता था। इसके बाद टेक्रिकल सपोर्ट के नाम पर उनसे संपर्क कर उनके कंप्यूटर व लैपटॉप को रिमोट पर ले लिया जाता था। रिमोट पर लाने के बाद विदेशी नागरिकों के ऑनलाइन अकाउंट से रकम ट्रांसफर कर लेते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान देवरिया निवासी विनीत सिंह, बरेली निवासी पीयूष कुमार मौर्य, फरीदाबाद निवासी अमित कुमार, मणिपुर निवासी वाडेपन, जलपाईगुड़ी निवासी संजू ग्वाला, पश्चिम बंगाल निवासी प्रगति दास, प्रयागराज निवासी राघव देवरा, बिहार निवासी रोहित कुमार, चंडीगढ़ निवासी हिमांशु कुमार, सराय काले खां निवासी इब्राहम अहमद, यमुना पार दिल्ली निवासी सिद्धार्थ डिगरा, लक्ष्मी नगर निवासी कुशाल, पश्चिम बंगाल निवासी रितेश मिश्रा, रितिक राय व सिलिगुड़ी निवासी विशाल प्रसाद के रूप में हुई है।

कई महीने से चला रहे थे फर्जी काॅल सेंटर
ये आरोपी कई महीने से अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये लोग विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करने के लिए कॉलिंग करने का काम करते हैं। विदेशी नागरिकों के कंप्यूटर पर फर्जी लिंक व एक बार में कई ईमेल भेजते थे। उन्हें बताया जाता था कि एमेजॉन व पे-पाल कंपनी की तरफ से एप्पल प्रॉडक्ट के ऑर्डर कैंसिल होने पर रिफंड प्रोसेस करने के लिए तकनीकी सपोर्ट कर रहे हैं।

ऐसे करते थे ठगी
गिरफ्तार आरोपियों का एक संगठित गिरोह है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अलग-अलग फर्जी कंपनी कागजों में बनाते हैं। इन फर्जी कंपनियों की आड़ में इन आरोपियों ने सेक्टर-100 में फर्जी कॉल सेंटर खोल रखा था। इतना ही नही जिस मकान में काॅल सेंटर चल रहा था उसके मालिक को भी इन लोगों ने बेवकूफ बना रखा था। उसे हमेशा कहते थे कि हमारी फैमली रह रही है। रात में करते रहते थे ठगी का धंधा ताकि किसी को पता न चल सकेे।

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