Noida News:नोएडा के थाना सेक्टर-24 पुलिस ने ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जो मंदिरों को निशाना बनाता था। मंदिरों की रैकी करने के बाद उनमें चोरी की वारदात को अंजाम देता था। पुलिस ने मंदिर में चोरी की घटना का खुलासा करते हुए 2 अभियुक्त को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 5 सिल्ली सफेद धातु(करीब 3.5 किलोग्राम), अवैध शस्त्र व घटना में प्रयुक्त 1 मोटरसाइकिल बरामद की है।
इस प्रकार देते थे वारदातों को अंजाम
एडीसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि थाना सेक्टर-24 पुलिस द्वारा गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मंदिर में चोरी की घटना कारित करने वाले 2 अभियुक्त 1. राजू सिंह उर्फ सोनू पुत्र चतर सिंह 2. सदाशिव पुत्र राजा राम को वीडियोकोन चैराहा सेक्टर-11 नोएडा के पास से गिरफ्तार किया गया है। उनके के कब्जे से 5 मटमैली सफेद धातु जिनका वजन करीब 3 किलो 540 ग्राम, अभियुक्त राजू सिंह उर्फ सोनू के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 मोटरसाइकिल व 01 अवैध चाकू बरामद किया गया है।

पूछताछ में पता चला
एसीपी द्वितीय स्वंतत्र कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ करने पर अभियुक्त राजू सिंह उर्फ सोनू द्वारा बताया गया कि मैं अक्सर मंदिरों की रैकी कर वहाँ लगे आभूषण चोरी करता हूँ। उसने बताया कि करीब 10दृ12 दिन पहले वह सेक्टर-12, नोएडा में बने एक मंदिर से शिवलिंग पर लगे छत्र एवं अन्य मूर्तियों पर लगे चांदी के आभूषण चोरी कर चुका है। चोरी करके मिले पैसों से अभियुक्त अपना जीवनयापन तथा दैनिक आवश्यकताएँ पूरी करता है। बरामद मोटरसाइकिल के संबंध में पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि यह मोटरसाइकिल उसकी पत्नी के नाम पर दर्ज है। अभियुक्त ने स्वीकार किया कि इसी मोटरसाइकिल से वह मंदिरों की रैकी कर चोरी की घटनाओं में प्रयुक्त होता था और यह मोटरसाइकिल उसने चोरी से प्राप्त राशि से खरीदी है। अभियुक्त ने यह भी बताया कि अधिकांश चोरी किया हुआ माल वह सदाशिव के पास ही गलवाने ले जाता है तथा सदाशिव अक्सर उसे सिल्ली बनाकर वापस दे देता है। अभियुक्त ने कहा कि जो चाकू उसके पास बरामद हुआ है, वह उसे घटना के समय अपनी सुरक्षा हेतु रखता था।
दूसरे अभियुक्त सदाशिव से भी पूछताछ की गई। सदाशिव ने बताया कि वह सोना-चांदी गलाने का व्यवसाय करता है तथा उसकी दुकान मोहल्ला फैजगंज, जिला मुरादाबाद में स्थित है। उसने स्वीकार किया कि राजू सिंह (उर्फ सोनू) अक्सर चोरी का माल उसे गलवाने के लिए लाता है। अधिक लाभ की लालसा में वह चोरी के माल को गलाकर सिल्ली बनाकर राजू को दे देता है। करीब 10 दिन पूर्व भी राजू सिंह ने चांदी के मंदिर आभूषण उसे दिए थे, जिन्हें उसने गलाकर सिल्ली बनाकर देने के इरादे से लाया था।

