Noida News: पहले 950 रुपये में देते थे नौकरी दिलाने की गंरटी, फिर ऐसे करते थे 40-50 हजार की ठगी

Noida News: नोएडा की थाना फेस-1 पुलिस ने उस गैंग का खुलासा किया है जो युवाओं को 950 रुपये में नौकरी दिलाने की गंरटी देता था, फिर उन को खाव्ब दिखाकर 40 से 50 हजार रुपये ठग लेता था। पुलिस का दावा है कि एनसीआर में सक्रिय फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से कॉल सेंटर में इस्तेमाल होने वाले 11 कीपैड फोन, एक वीवो स्मार्टफोन, 7 मोहर, 4 जॉइनिंग लेटर, 4 मॉनीटर, 4 सीपीयू, 4 कीबोर्ड, 4 माउस तथा आॅफिस फोन से प्राप्त 34 स्क्रीनशॉट बरामद किए हैं।
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि थाना फेस-1 प्रभारी अमित कुमार मान और उनकी टीम ने इंटेलिजेंस व सर्विलांस की मदद से सेक्टर-4 स्थित बिल्डिंग नंबर ए-88 के दूसरे तल पर छापेमारी कर अनुज कुमार पुत्र ऋषिपाल और रोमेश मलिक पुत्र कुंवरपाल को गिरफ्तार किया।

ऐसे मिलता था डाटा
अभियुक्त बेरोजगार युवाओं का डाटा लगभग 30,000 रुपये में खरीदते थे और खुद को बड़ी कंपनियों का कर्मचारी बताकर नौकरी का झांसा देते थे। युवाओं को पहले 950 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस और फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, फाइल सबमिशन, प्रोफाइल फाइनलाइजेशन, एनओसी आदि के नाम पर 50,000 रुपये तक ठग लेते थे। बार-बार कॉल करने पर नंबर ब्लॉक कर देते थे या कोई जवाब नहीं देते थे। कुछ लोगों को फर्जी जॉइनिंगध्आॅफर लेटर भी भेजे जाते थे।
पुलिस के अनुसार, कॉल सेंटर में कॉलिंग के लिए आरोपी केवल महिला कर्मचारियों को एक माह के लिए रखते थे और फिर निकाल देते थे, ताकि उनके कामकाज का भेद किसी को न लग सके।
पहले भी कर चुके हैं ठगी
जांच में सामने आया कि आरोपी वर्ष 2017 में हैदराबाद में भी इसी तरह की धोखाधड़ी का अपराध कर चुके हैं। वे 8-10 वर्षों से बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाकर लाखों की ठगी कर रहे थे। मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई प्रगति पर है। पुलिस ने कहा कि ऐसे फर्जी प्लेसमेंट कॉल सेंटर के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।

 

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