Noida News। जिला प्रशासन ने भूजल दोहन करने वालों पर नकेल कसी है। डीएम मनीष वर्मा ने बुधवार को भूगर्भ जल विभाग के अफसरों के साथ बैठक की और नोएडा-ग्रेनो में भूजल दोहन करने वाली 13 परियोजनाओं पर पांच-पांच लाख रुपये जुमार्ना लगाने के आदेश दिए। जिला प्रशासन के पास काफी समय से निर्माणाधीन साइट पर भूजल दोहन की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं।
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अफसरों ने शिकायत के आधार पर रेजिडेंशियल और हाउसिंग सोसाइटी का संयुक्त जांच समिति ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम मेय फेयर रेजिडेंसी (सुपर सिटी डेवेलोपर्स प्राइवेट लिमिटेड) ग्रेटर नोएडा, अजनारा डैफोडिल सेक्टर-137, सेंट्रल मार्केट मॉल सेक्टर-120, मैसर्स वैल्यूएंट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड सेक्टर-75 नोएडा, मैसर्स एचटीएस प्रिस्टीन सेक्टर-150 नोएडा, मैसर्स महागुण माइवुड्स सेक्टर-16सी ग्रेटर नोएडा, मैसर्स ऐस स्टारलेट सेक्टर-152, मैसर्स ऐस पार्कवे सेक्टर-150, मैसर्स जेपी अमन सेक्टर-151, मैसर्स अंतरिक्ष गोल्फ सिटी सेक्टर-150, मैसर्स अंतरिक्ष गोल्फ एड्रेस सेक्टर-150, मैसर्स अंतरिक्ष ग्रांड व्यू सेक्टर-150 तथा मैसर्स गोदरेज पाम रिट्रीट सेक्टर-150 में अवैध रूप से भूजल दोहन होता पाया गया। डीएम ने भूजल दोहन पर नकेल कसने के लिए तत्काल इन सभी 13 परियोजनाओं पर 5-5 लाख रुपये का जुमार्ना लगाने के आदेश दिए। साथ ही, विभागीय अधिकारियों को निरंतर अभियान चलाकर भूजल दोहन करने पर परियोजनाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। बैठक में नोडल अधिकारी भूगर्भ जल विभाग अंकिता राय, सीडीओ जनार्दन सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र बहादुर सिंह आदि मौजूद रहे।
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कार्रवाई के बाद जल दोहन होता पाया तो दोगुना जुर्माना लगेगा
डीएम ने कहा कि यदि इन 13 निमार्णाधीन परियोजनाओं के द्वारा कार्रवाई के बाद दोबारा जल दोहन किया जाता है तो उत्तर प्रदेश भूगर्भ जल प्रबंधन एवं विनियमन अधिनियम 2019 की धारा 39 के अंतर्गत द्वितीय अपराध करने पर जुमार्ने की धनराशि का दोगुना 10 लाख रुपये की जाएगी।