Noida News: देश को हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और निर्यात की दिशा में अग्रणी बनाने के लिए एमिटी द्वारा संचालित एमिटी हाइड्रोजन मिशन के अंर्तगत फिनलैंड के ओउलू विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल द्वारा एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया गया। इस प्रतिनिधिमंडल में 8 सदस्यों ने हिस्सा लिया।
फिनलैंड के ओउलू विश्वविद्यालय के नैनो और आणविक प्रणाली अनुसंधान इकाई के प्रमुख प्रोफेसर मार्को हुत्तुला ने एचटू फ्यूचर पर प्रस्तुती देते हुए कहा कि हाइड्रोजन को भविष्य बना कर हम पर्यावरण परिवर्तन के प्रभाव का समाधान प्राप्त कर सकते है। एचटू फ्युचर, फिनलैंड की रिसर्च काउंसिल पीआरओएफआई-7 फंडिंग (2023-2028) द्वारा समर्थित ओउलू विश्वविद्यालय में एक शोध कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छ हाइड्रोजन उत्पादन के लिए नए सिरे से सोचना और चुनौतीपूर्ण, फिर भी बिजली के लिहाज से यथार्थवादी और भविष्योन्मुखी समाधान खोजना है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि एमिटी और ओउलू विश्वविद्यालय के मध्य हस्ताक्षर हाइड्रोजन के क्षेत्र में अनुसंधान एंव विकास की नई पहल करेगा और दोनो संस्थानों के मध्य अकादमिक सहयोग को भी विकसित करेगा। फिनलैंड के ओउलू विश्वविद्यालय की इंटरनेशनल अफेयर डिविजन की प्रमुख सुश्री कातिजा स्टीफेंसन, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने भी इस दौरान अपने विचार रखे।
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