Noida News: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) का उल्लंघन कर 38 हजार मीट्रिक टन दिल्ली का कचरा नोएडा सेक्टर-89 में डंप करने के मामले में प्राधिकरण सख्त हो गया है। बुधवार को सामाजिक संस्था गाइडेड फार्च्यून को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर नोएडा के अंदर कचरा कैसे आया, क्यों न आपका एग्रीमेंट समाप्त करने की कार्रवाई कर दी जाए। जबकि आपकी जिम्मेदारी है कि शहर में कही का कचरा भी नहीं आना चाहिए, उसका निपटारा वैज्ञानिक पद्धति कराने की मानिटरिंग की जाए।
जीएम जन स्वास्थ्य एसपी सिंह ने बताया कि दिल्ली का कचरा डंप कराने की जांच में तमाम लोग दोषी पाए गए है, जिन पर कार्रवाई की जा रही है। सामाजिक संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। अब तक सात हाइवा थाने पर सीज खड़े है। जबकि चार हाइवा खड़ा कर ड्राइवर मौके से फरार है। विभागीय अधिकारियों ने सेक्टर सुपरवाइजर, जेई को बर्खास्त करने की कार्रवाई के दायरे में लाकर खड़ा किया है, क्योंकि जन स्वास्थ्य विभाग में प्रत्येक सेक्टर में साफ सफाई की देखरेख के लिए सुपरवाइजर-जेई की तैनाती की गई। ऐसे में नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के रास्ते सेक्टर-89 के अंदर दिल्ली से कचरा लाकर महीनों से डाला जा रहा था। इसकी जानकारी सुपरवाइजर व जेई ने शीर्ष अधिकारियों से कैसे छिपाई, तत्काल घटना से अवगत क्यों नहीं कराया गया।
तीन दिन में मांगा जवाब
लापरवाही के लिए विभाग की ओर से तीन कार्य दिवस के अंदर अपना अपना पक्ष रखने को कहा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई का निर्णय अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी व मुख्य कार्यपालक अधिकारी की ओर से लिया जाएगा।
Noida News: कचरा डंप करने के मामले में जांच शुरू, सामाजिक संस्था को नोटिस

