Noida News: गुर्जर भवन, कोटला दिल्ली में अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह की अध्यक्षता में गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरूआत पगड़ी बांधने की परंपरा से हुई।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने सम्राट मिहिर भोज की शौर्य गाथा का विस्तार से वर्णन किया। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा गौतमबुद्ध नगर के जिलाध्यक्ष अशोक भाटी ने कहा कि महापुरुष किसी जाति या बिरादरी के नहीं होते, बल्कि पूरे राष्ट्र की धरोहर होते हैं। सम्राट मिहिर भोज ने 9वीं शताब्दी में भारत की सीमाओं की रक्षा की और विदेशी आक्रमणकारियों को परास्त कर देश की संस्कृति और अस्मिता को सुरक्षित रखा। उन्होंने बताया कि सम्राट मिहिर भोज का गौरवशाली साम्राज्य कश्मीर से लेकर गुजरात और बंगाल से अरब सागर तक फैला हुआ था। उन्होंने न केवल आक्रमणकारियों को हराया, बल्कि कला और संस्कृति को संरक्षण देकर प्रजा को सुरक्षा और समृद्धि भी प्रदान की। अरब ग्रंथों तक में उन्हें महान हिंदू सम्राट के रूप में वर्णित किया गया है। अशोक भाटी ने कहा कि उनका शासन भारतीय एकता का प्रतीक था। अनेक भाषाओं, संस्कृतियों और धर्मों को साथ लेकर उन्होंने मजबूत भारत की नींव रखी। कार्यक्रम में हरिश्चंद्र भाटी, राजपाल सिंह कसाना, दिनेश गुर्जर, सुभाष चौधरी, जिले राम, डिबलू मुंडन, रामकेश चपराना, बाबू सिंह आर्य, गजेंद्र रेक्सवाल, विपिन प्रधान, पवन नागर, संजय भाटी, रवि अवाना, विकल मावी, ज्ञानचंद कसाना, मंत्र राम नागर, अनिल गुर्जर, विजय सिंह, नरेंद्र कसाना, शिवकुमार प्रधान, सोनू कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

