Noida International Airport: सुरक्षा ऑडिट में 25 से अधिक कमियां, उद्घाटन अब जनवरी 2026 में, विदेशी CEO की नियुक्ति पर भी विवाद

Noida International Airport: उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) के उद्घाटन में एक बार फिर देरी तय है। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्यॉरिटी (BCAS) के हालिया सुरक्षा ऑडिट में एयरपोर्ट 25 से अधिक मानकों पर फेल पाया गया है, जिससे कमर्शियल उड़ानें शुरू होने में और विलंब होने की आशंका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में घोषणा की कि एयरपोर्ट का उद्घाटन जनवरी 2026 में होगा, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि सुरक्षा कमियों को दूर करने में अभी समय लगेगा।

प्रमुख कमियां जो बनीं बाधा
सूत्रों के अनुसार, BCAS और नागर विमानन मंत्रालय की टीम ने एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था की गहन जांच की। इसमें कई गंभीर खामियां सामने आईं:
• बाउंड्री वॉल अधूरी: एयरपोर्ट की परिधि में करीब 5 किलोमीटर ही कंक्रीट की दीवार बनी है, बाकी हिस्से में सिर्फ फेंसिंग है। मानक के मुताबिक पूरी दीवार कंक्रीट की होनी चाहिए और जमीन के तीन फुट अंदर से शुरू होनी चाहिए ताकि सुरंग बनाकर घुसपैठ न हो सके।
• यात्री क्षेत्र में अलगाव नहीं: सुरक्षा जांच के बाद यात्रियों और बाहरी लोगों का संपर्क पूरी तरह खत्म होना चाहिए, लेकिन अभी दोनों क्षेत्रों के बीच दीवार नहीं बनी है, जिससे क्षेत्र ‘पोरस’ बना हुआ है।
• अन्य तकनीकी कमियां: सीआईएसएफ के लिए वॉच टावर तैयार नहीं, पर्याप्त लाइटिंग का इंतजाम नहीं, PIDS (पेरिमीटर इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम) प्रभावी नहीं। जरूरत के मुकाबले कैमरे कम लगे हैं (6 हजार की जगह सिर्फ एक हजार)। एयरोब्रिज भी पूरी तरह तैयार नहीं। बॉम्ब डिस्पोजल इक्विपमेंट का सर्टिफिकेशन बाकी है।
इन कमियों के कारण BCAS से एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) मिलना मुश्किल हो रहा है। जब तक सभी मानक पूरे नहीं होंगे, एयरपोर्ट को ऑपरेशनल करने की अनुमति नहीं मिलेगी।

विदेशी CEO की नियुक्ति पर विवाद
सुरक्षा मुद्दों के अलावा एयरपोर्ट के विदेशी सीईओ और सीओओ की नियुक्ति पर भी BCAS ने गंभीर आपत्ति जताई है। एविएशन सिक्यॉरिटी नियमों के मुताबिक एयरपोर्ट के टॉप पदों पर विदेशी नागरिकों की नियुक्ति के लिए गृह मंत्रालय से विशेष सुरक्षा क्लियरेंस जरूरी है, जो अभी नहीं मिली है। इस मुद्दे के कारण भी उद्घाटन प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।

पहले दिसंबर 2025 था टारगेट, अब जनवरी 2026
पहले एयरपोर्ट को दिसंबर 2025 में शुरू करने का लक्ष्य था, लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में घोषणा की कि यह जनवरी 2026 में शुरू होगा। कुछ रिपोर्ट्स में जनवरी के अंत तक का जिक्र है। अधिकारियों का दावा है कि कमियों को तेजी से दूर किया जा रहा है और मार्च 2026 तक कमर्शियल ऑपरेशंस शुरू हो सकते हैं।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनेगा, जिसमें भविष्य में छह रनवे होंगे। इसका शुरू होना दिल्ली-एनसीआर के लिए बड़ा राहत साबित होगा, लेकिन सुरक्षा मानकों से समझौता नहीं किया जा सकता। फिलहाल सभी पक्ष कमियों को दूर करने में जुटे हैं।

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