नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अपनी अलग अलग मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों को हटाने के लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी प्लानिंग कर ली है। दरअसल अब तक किसानों के साथ पुलिस ऐसे पेश आ रही थी मानो घर में दामाद को रखा हो लेकिन जब से सीएम योगी आदित्यनाथ का अराजकता पर ट्वीट सामने आया है तब से पुलिस भी समझ गई कि किसान आंदोलन को लेकर क्या करना है
धरना दे रहे किसानों को किया गिरफ्तार
बता देंगे की दिल्ली कुच करने की मांग को लेकर अड़े किसानों को नोएडा दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया गया। उसके बाद दलित प्रेरणा स्थल में प्रदर्शन और धरना करने को कहा गया, क्योंकि किसानों की मांगों को लेकर प्राधिकरण जिला प्रशासन और पुलिस ने दिन का समय मांगा। इसके बाद दलित प्रेरणा स्थल से ही सभी किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया जब यहाँ से गिरफ्तार होकर किसान जेल गए टू बूढ़े और बीमार आप के साथ साथ महिलाओं को पुलिस ने छोड़ दिया इसके बाद बुधवार को जब किसान यमुना एक्सप्रेस वे ज़ीरो पॉइंट पर कृपया अंदोलन करने लगे तो आप मूल इसने 123 किसानों को रिहा किया। जिसमें उनके नेता भी शामिल रहे। ये पूरा एक कहानी की तरह चलता रहा किसानों ने सोचा कि पुलिस प्रशासन आप में झुक गया है, लेकिन एक बार फिर से किसानों के धरना स्थल पर भारी संख्या में फोर्स के साथ दबिश दे दी। यहां करीब एक दर्जन किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने लगाए गए टेेंट भी हटा दिया। इस बार पुलिस ने तर्क दिया है बिना अनुमति के ये लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस तरह सिलसिलेवार हो रही कार्रवाई बता रही है अब योगी सरकार किसानों के आंदोलन को खत्म करने के मूड में आ गई है।
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