नोएडा प्राधिकरण की ओर से उद्यमियों की समस्याओं को हल करने के लिए आज प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीईओ डॉ लोकेश एम एवं तीनों एसीईओ की मौजूदगी में उद्योगपतियों के साथ बैठक की गई। इस दौरान सीईओ ने उद्यमियों की समस्याओं को ध्यान से सुना और कई समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया। इस दौरान सबसे बड़ी समस्या उद्यमियों की ओर से जो रखी गई, उसमें कहा गया कि प्राधिकरण की ओर से जो औद्योगिक भूखंड कैंसिल किए गए हैं, उन्हें रिस्टोर करने में जूते घिस जाते हैं लेकिन रिस्टोर नहीं हो पाए। इस मांग पर सीईओ ने कहा कि यदि किसी के साथ ऐसा हुआ है तो वह सीधे मुझसे आकर मिल सकता है। सभी समस्याओं को दूर कर 15 दिन के अंदर रिस्टोर करने का सीईओ ने उद्यमियों को आश्वासन दिया। इसके अलावा जिस तरह से उद्योगों को पहले आवासीय और औद्योगिक भूखंडों में आरक्षण मिलता था, उसे बहाल करने की भी मांग की गई। जिस पर सीईओ ने कहा कि विचार किया जाएगा।
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इतना ही नहीं उद्यमियों ने मांग उठाई की जो 250 मीटर तक के औद्योगिक भूखंड है उन्हें पूरा कर करके बनाने की प्राधिकरण अनुमति दें। निवेश मित्र पोर्टल को लेकर भी उद्यमियों ने सीईओ से शिकायत की। कहा कि जब भी वह निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से कोई भी एनओसी या अन्य किसी काम के लिए आवेदन करते हैं, तो पोर्टल ठीक से वर्क नहीं करता।
जिसके चलते उनका काम अटका रहता है। इसके अलावा जो उद्योग रेड कैटेगरी में आते हैं यानी अधिक प्रदूषण करते हैं। नोएडा में ऐसे उद्योग चलाने की अनुमति नहीं है लेकिन उद्यमियों ने सीईओ समक्ष सवाल उठाया कि न्यू नोएडा में ऐसे उद्योगों के लिए अलग से क्लस्टर बनाया जाए और उसके लिए नियम निर्धारित किए जाएं, ताकि रेड कैटेगरी के उद्योग चलाने वाले उद्यमियों को आसानी से भूखंड मिल सके। इस मौके पर एनईए अध्यक्ष विपिन मल्हन, महासचिव वीके सेठ, उपाध्यक्ष मौहम्मद इरशाद, राहुल नैययर, मंयक गुप्ता, दिलीप मल्होत्रा,सरएम जिंदल, अजय अग्रवाल, नरेन्द्र थरेजा,अंकुर अरोरा, राकेश गुप्ता, अनिल गुप्ता,अजय कुमार जैन और एमएसएमई इंडस्टरियल ऐसो के अध्यक्ष सुरेन्द्र नहाटा व उनकी टीम मौजूद रही।