नोएडा प्राधिकरण अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने की बात करता है लेकिन प्राधिकरण की कर्मठता देखिए, लगातार प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा है। मगर अफसर सोए हुए हैं। दरअसल प्राधिकरण कई बार कह चुका है कि अवैध निर्माण के खिलाफ़ अभियान चलाकर ध्वस्त किया जाएगा। इसके लिए पुलिस फोर्स भी मांगा गया है। अवैध निर्माण करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराया जाता है। जिसके बाद प्राधिकरण अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर लेता है। दावे के बाद प्राधिकरण की जमीन पर और गांव में भूमाफिया सक्रिय होकर निर्माण कर लेते हैं। पिछले 5-6 साल में अवैध निर्माण कई गुना बढ़ गया है।
सीईओ की मौजूदगी में लिखा अवैध इमारत
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ की मौजूदगी में लिखा अवैध बिल्डिंग मगर अब भी वहाँ आलीशान शोरूम बने हुए हैं। आखिर ऐसा सब किस तरह से हो रहा है? ये तो अफसर ही बता सकते हैं। मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार कह चुके हैं कि प्रदेश में भू माफियाओं को पनपने नहीं दिया जाएगा, लेकिन नोएडा भू माफियाओं के लिए सेफ सिटी साबित हो रहा है। ऐसे में प्राधिकरण की कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। गांव बरोला, हाजीपुर, भंगेल, सलारपुर, सुल्तानपुर, गढ़ी चौखंडी और सोरखा समेत दर्जनों गांव हैं जहाँ प्राधिकरण के मंसूबों पर पानी फेरा जा रहा है। भोलेभाले लोग ऐसे भूमाफियाओं के चक्कर में फंस रहे है।
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