गौतम बुध नगर कमिश्नरेट पुलिस पर लगातार पुलिसकर्मी ही हमला कर रहे हैं। महिला सिपाहियों ने एक कमिश्नर के नाम पत्र लिखा जिसमें अलग-अलग दफ्तरों में लंबे समय से मौजूद सिपाही और हेड कांस्टेबल के नाम लिखें। इसके बाद हम ट्रैफिक पुलिस और ट्रैफिक का चलान भुगतान सेल की बात भी करेंगे। सेल भी चर्चाओं का विषय बना है। पत्र में ट्रैफिक पुलिस में कई पुलिस कर्मियों के नाम उजागर किए गए हैं, जो लंबे समय से टीके हैं और इन पर गंभीर आरोप लगाए हैं वह भी डील करने के।
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क्या-क्या लगाए गए हैं आरोप
2015 बैच के सिपाही आशीष, प्रिंस और तपन पर ट्रैफिक कर्मचारियों से उगाही का आरोप लगाया गया है। सुरेंद्र मान और सी धीरेंद्र शास्त्री पर सिपाही और हेड कांस्टेबल को डील करने का आरोप भी लगाया गया है। पत्र में लिखा है कि इन लोगों का पहले कई बार तबादला हो चुका है, लेकिन डीसीपी ट्रैफिक में रिलीव नहीं किया। इसी पत्र में चालान घोटाले के बारे में भी लिखा हुआ है। पत्र में लिखा है कि एक पुलिसकर्मी राजकुमार दो दफ्तर डील करते हैं। वही चालान सेल में राहुल अत्री, ममता, रूबी टीएसआई राहुल दीक्षित, आदित्य, सचिन जावला को लंबे समय से एक ही कार्यालय में नियुक्त रखा गया है। इनका ट्रांसफर भी कई बार हो चुका है, लेकिन ये यहां से नहीं जाते। किसानों ने भी भरी सभा में बात रखी थी कि किस तरह से ट्रैफिक पुलिस उनका उत्पीड़न करती है। इसी पत्र में लिखा है कि आदित्य, राहुल आत्री, टीएसआई राहुल दीक्षित किसानों के चालान में भी हेरा फेरी करते हैं। आगे लिखा है फील्ड ड्यूटी 1 महीने बाद बदल दी जाती है लेकिन यहां सभी लोग 10 से 12 साल से एक ही पोस्ट पर जमे हैं। बरहाल कुछ भी हो लेकिन मामला कमिश्नर