Noida Authority:एनईए चुनाव की घोषणः अटकने की संभावनाएं भी बनीं
Noida Authority। नोएडा प्राधिकरण एंप्लाइज एसोसिएशन यानी एनईए का चुनाव इस बार समय से पहले प्राधिकरण के अफसरों ने घोषित किया है। अगस्त में चुनी गई कार्यकारिणी का चुनाव होना था। मगर पूर्व अध्यक्ष चौधरी राजकुमार और उनकी टीम ने अधिकारियों और रजिस्टर आॅफिस के माध्यम से समय से पहले 28 अप्रैल के लिए चुनावों की घोषण कर दी। चुनाव को लेकर जहां चौधरी राजकुमार और उनकी टीम चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है। वही रिटायर हुए कुशलपाल चौधरी , मौजूदा कार्यवाहक अध्यक्ष रविंद्र कसाना और उनकी टीम इलाहाबाद कोर्ट की शरण में पहुंची है और चुनाव को लेकर एक याचिका दायर की है। याचिका में चुनाव अगस्त माह के बाद ही कराने की मांग की गई है।
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सूत्र बताते हैं कि एक अन्य पदाधिकारी ने भी कोट में याचिका दायर किया है, कि प्रतेक बार होने वाले नोएडा एंप्लॉयज चुनाव में रजिस्टार आॅफिस और अन्य अधिकारियों की सह पर मात्र 7 पदाधिकारियों का ही चुनाव कराया जाता है, जबकि बाई लॉज की अनुसार 19 सदस्यों का चुनाव पहले कराए जाना चाहिए। 19 सदस्य चुनने के बाद ही इन्हीं में से अध्यक्ष, महासचिव तथा दो उपाध्यक्ष, दो सचिव और एक कोषाध्यक्ष का चुनाव होना चाहिए। जबकि पूर्व से ऐसा नहीं कराया जा रहा। केवल 7 पदाधिकारियों का चुनाव ही कराया जाता है और 12 को बाद में मनोनीत सदस्य डिक्लेअर किया जाता है, जो नियम के अनुसार नहीं है। इस बार प्राधिकरण के कर्मचारी भी जान गए हैं कि 19 सदस्यों का चुना सर्वप्रथम प्राधिकरण के कर्मचारियों द्वारा वोटिंग से किया जाना चाहिए।
क्या कहते है कुशलपाल
इस मामले में जब तत्कालीन अध्यक्ष कुशलपाल चौधरी से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि नियम तो 19 सदस्यों का सर्वप्रथम चुनाव कराना चाहिए। लेकिन पूर्व से इस नियम की अनदेखी की जा रही है। इस बार कर्मचारी इस बाइलॉज को पूरी तरह जान चुके हैं। साथ ही उन्होंने दावा किया कि वे प्राधिकरण से रिटायर हो गए हैं। अभी पद से नहीं अगस्त तक उनका कार्यकाल है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी दबाव में आकर समय से पहले चुनाव कराने पर तुले हुए हैं। लेकिन वह ऐसा नहीं होने देंगे । इसके लिए कोर्ट की शरण ली है। अब कोर्ट कब चुनाव कराता है उसके अनुसार चुनाव कराए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जब -जब चौधरी राजकुमार अध्यक्ष रहे, तब कोर्ट के द्वारा ही चुनाव कराए गए ,उन्होंने समय पर कभी चुनाव नहीं कराए।
चौधरी राजकुार का दावा, पहले की प्रथा के अनुसार होंगे चुनाव
पूर्व अध्यक्ष चौधरी राजकुमार का कहना था कि वर्ष 1988 से जो प्रथा चुनाव की चली आ रही है। उसी के तहत चुनाव कराए जाएं, सात पदाधिकारी के चुनाव कराए जाएं और 12 सामान्य सदस्यों का उन्हीं पदाधिकारियों द्वारा चैन किया जाए। साथ उन्होंने कहा कि प्राधिकरण कर्मचारियों ने चुनाव के दौरान जिन सात पदाधिकारियों को चिन्हित किया था उनमें से अध्यक्ष चौधरी कुशल पाल सिंह रिटायर चुके हैं, तथा महासचिव कपिल शर्मा का दूसरे जनपद में तबादला हो चुका है। इसलिए कर्मचारियों के हित में चुनाव कराए जाना आवश्यक था। जिसे प्राधिकरण के अधिकारियों ने 24 अप्रैल को नामांकन और 28 अप्रैल को चुनाव कराए जाने तथा उसी दिन गिनती कराए जाने की घोषणा की। उसी के अनुसार चुनाव की तैयारी की जा रही हैं।