Car Fire: गर्मियों में बढ़ जाता है कार में आग लगने का खतरा, बचाव में काम आ सकते हैं ये तरीके
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Car Fire: गर्मियों में बढ़ जाता है कार में आग लगने का खतरा, बचाव में काम आ सकते हैं ये तरीके

Car Fire: नई दिल्‍ली। गर्मी ने अभी अपने तेवर दिखाना शुरू भी नहीं किए है, ऐसे में आगजनी की खबर आना शुरू हो गई है. 3 अप्रैल को नोएडा में दो गाड़ियों में आग लग गई, जिसमें दोनों ही कार रोड़ पर चल रही थी. गमीनत है कि दोनों कारों के साथ हुए इस एक्सीडेंट में किसी की जान नहीं गई और लोगों की मदद से आग लगते ही ड्राइवर का रेस्क्यू कर लिया गया. गर्मियों के मौसम में कार को आग से बचाने के लिए कुछ बातों का ध्‍यान रखना काफी जरूरी होता है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि किन चार बातों का ध्‍यान रखकर कार को गर्मियों में आग से सुरक्षित रखा जा सकता है।

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गर्मी में क्यों लगती है गाड़ियों में आग?
गर्मी के मौसम में अक्सल इलेक्ट्रिक गाड़ियों में आग लगने की खबर आती थी, जिसमें गर्मी की वजह से बैटरी का टेम्परेचर बढ़ने की वजह से आग लगती है. दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल गाड़ियों में भी गर्मी के मौसम में आग लग रही है, इसके पीछे कई वजह हैं, जिनके बारे में यहां बता रहे हैं.

बैटरी पर लोड़ बढ़ने से: अक्सर कार मालिक गाड़ी में ज्यादा पावर का म्यूजिक प्लेयर लगवा देते हैं. साथ ही कई लोग गाड़ी में एक्स्ट्रा लाइट यूज करते हैं. जिस वजह से गाड़ी की बैटरी पर लोड़ बढ़ जाता है और इस वजह से शॉर्ट सर्किट होते है और गाड़ी में आग लग जाती है.

वायरिंग में कट लगने की वजह से: गाड़ी में आगे-पीछे की लाइट को इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई करने के लिए कई वायर यूज किए जाते हैं. इन वायर में कई बार कट लगने की वजह से शॉर्ट सर्किट हो जाता है. जो आग लगने की एक बड़ी वजह होती है.

पेट्रोल-डीजल टैंक में लीकेज: पेट्रोल और डीजल टैंक में कई बार लीकेज हो जाती है, जिस वजह से गाड़ी में पेट्रोल और डीजल का रिसाव होता है और गर्मी के मौसम में इनमें जल्दी आग लग जाती है. इस वजह से गाड़ी में पेट्रोल-डीजल के लीकेज को समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए.

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न लगाएं गैर जरूरी एक्‍सेसरीज
कुछ लोगों को कार में एक्‍सेसरीज लगाने का काफी शौक होता है। लेकिन ज्‍यादा एक्‍सेसरीज के कारण भी कार में आग लगने का खतरा ज्‍यादा हो जाता है। एक्‍सेसरीज लगाने के समय कई बार तार को काटना पड़ता है। जिससे भी शॉर्ट सर्किट होने के बाद आग लगने का खतरा बढ़ता है। इसलिए कोशिश करें कि कार को जिस तरह से कंपनी की ओर से दिया जाता है, वैसे ही कार को रखना चाहिए।

न रखें परफ्यूम और स्‍प्रे
अगर कार को आग लगने के खतरे से बचाना है तो कभी भी कार में परफ्यूम या अन्‍य प्रकार के स्‍प्रे को नहीं रखना चाहिए। ऐसी वस्‍तुएं काफी जल्‍दी आग पकड़ती हैं। साथ ही इन पर भी अत्‍यंत ज्‍वलनशील की चेतावनी भी दी जाती है। अगर ऐसी वस्‍तुओं को कार में रखा जाए तो गर्मी के कारण यह फट सकती हैं और इससे आग लगने जैसे हादसे हो सकते हैं।

इंजन ओवरहीट
कार में इंजन का तापमान अगर काफी ज्‍यादा हो जाए तो फिर ओवरहीट होने से आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है। गर्मियों में लंबे सफर के दौरान कार को लगातार चलाने के कारण कई बार इंजन का तापमान बढ़ जाता है। जिससे आग लगने का खतरा होता है। ऐसे में कार को कुछ किलोमीटर चलाने के बाद थोड़ी देर रोकना चाहिए। साथ ही कूलेंट की मात्रा को भी चेक करना चाहिए।

शॉर्ट सर्किट से लगती है आग
किसी भी कार में आग लगने का सबसे ज्‍यादा खतरा शॉर्ट सर्किट से होता है। ऐसा तब होता है जब गर्मियों के दौरान एक से ज्‍यादा तार की बाहरी सुरक्षा सतह पिघल जाती है और वह चिपक जाते हैं। इसलिए गर्मियों में कार को सर्विस जरूर करवाएं। सर्विस करवाते समय कार को चेक किया जाता है, जिससे इस खतरे को कम किया जा सकता है।

आग से बचाव के लिए ये जानना जरूरी
गाड़ी की समय से सर्विसिंग करवाना, समय-समय पर गाड़ी की वायरिंग चेक करवाना, एलपीजी गैस से चलने वाली गाड़ियों की विशेष रुप से सर्विस का ख्याल रखना चाहिए. अगर कड़ी धूप में गाड़ी खड़ी कर रहे हैं तो गाड़ी के कांच को हल्का सा खोल देना चाहिए. ताकि हवा का सरकुलेशन बना रहे. गाड़ियां चलाते समय भी मीटर पर गाड़ियों के टेंपरेचर को देखा जा सकता है. इन सभी बातों का ख्याल रखकर हम अपनी गाड़ियों को सुरक्षित रख सकते हैं.

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