उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 के लिए तैयारियां शुरू हो गई है। अंदर ही अंदर भाजपा विभिन्न योजनाओं के जरिये जनता पर मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश में हैं, लेकिन हिंदू मुसलमान टॉपिक एक ऐसा मुद्दा है जिसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ खुलकर बोलते हैं। मगर इस सबके बीच एक सवाल ये उठता है कि सरकार कोई भी हो लेकिन अफसरों को ही क्यों टारगेट करती है। आईएएस आईपीएस और पीसीएस अफसरों को भी पार्टियों में बांट कर रख दिया है।
सपा में बेहतरीन काम करने वाले अफसर योगी सरकार में नदारद
उत्तर प्रदेश में जब से योग की सरकार बनी है। तब से समाजवादी पार्टी और बसपा में अच्छा काम कर रहे अफसरों को साइडलाइन किया हुआ हैं। ऐसा माना जाता है कि योगी सरकार इन अफसरों को सपा का मानती है जिसमें दर्जनों आईएएस और आईपीएस अफसर शामिल हैं। उनको ऐसी जगह तैनाती दी गई है जिससे जो उनका उपयोग हो सकता है वो नहीं हो पा रहा है।
अखिलेश कहते हैं सरकार आएगी तो उन अफसरों को जेल भेज देंगे
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी जनसभाओं में खुलकर कहते हैं कि उनकी सरकार आएगी तो उनका अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा, जो आजकल अन्याय का काम कर रहे हैं। ऐसे अफसरों को लगातार सपा नेेता चिन्हित कर रहे हैं। उनको सजा तक देने की बात कही जाती है। यानी जो अफसर योगी सरकार में बेहतरीन काम कर रहे हैं, हो सकता है कि उनको सपा सरकार में ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए। ऐसी जगह पोस्टिंग दी जाए जहाँ से उन्हें सुबह शाम आना जाना ही रहेगा।
मायावती ने भी अफसरों को लेकर दी धमकी
लंबे समय बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में रेली की इस रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिखा दिया कि बेशक यूपी में उनके पास मात्र एक ही सीट हो लेकिन जन समर्थन बहुत अधिक है। जिस तरह से उनकी रैली में लाखों की भीड़ उमड़ी, उससे एक संदेश साफ गया कि बसपा अभी जिंदा है। कभी भी हाथी दौड़ सकता है। मायावती ने भी अफसरों को लेकर धमकी दी और कहा कि काफी ऐसे अफसर हैं जो जनता का काम नहीं कर रहे हैं बल्कि लोगों को परेशान कर रहे हैं। सरकार आयी तो ऐसे अफसरों को सिखाया जाएगा, खैर मायावती भी अफसरों को ही टारगेट करती रही। यदि उनकी सरकार आएगी तो है जो अफसर आजकल अच्छा काम कर रहे हैं और उन्हें भी बर्फ में लगा दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें: Dadri News: पुण्यतिथि पर डॉ. राम मनोहर लोहिया को किया गया याद

