2025-26 के लिए नए तूफान नाम जारी, कैसे चुने जाते है नाम और क्यों?

Met Office/United Kingdom News: यूनाइटेड किंगडम की मौसम सेवा, ने आयरलैंड की मेट आयरन और नीदरलैंड्स की राष्ट्रीय मौसम सेवा KNMI के साथ मिलकर 2025-26 के तूफान सीजन के लिए 21 नए तूफान नामों की सूची जारी की है। इस सूची में पहला नाम ‘एमी’ (Amy) है, जो इस सीजन का पहला नामित तूफान होगा। अन्य नामों में ब्रैम, चंद्रा, डेव, इस्ला, ऑस्कर, रूबी, स्टीवी और वायलेट जैसे नाम शामिल हैं। लेकिन ये नाम कैसे चुने जाते हैं और इनका उद्देश्य क्या है? आइए जानते हैं।

नामों का चयन कैसे होता है?
तूफान के नामों का चयन एक सहयोगी प्रक्रिया है, जिसमें मेट ऑफिस, मेट आयरन और KNMI मिलकर काम करते हैं। इस साल, 50,000 से अधिक नामों के सुझाव जनता से प्राप्त हुए। ये सुझाव यूके, आयरलैंड और नीदरलैंड्स के लोगों ने दिए, जिनमें से कई नाम प्रियजनों, पालतू जानवरों या स्थानीय नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए थे। उदाहरण के लिए, ‘डेव’ नाम एक व्यक्ति ने अपने पति के सम्मान में सुझाया, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि वह “तूफान से तीन गुना जोर से खर्राटे लेते हैं।” वहीं, ‘स्टीवी’ नाम एक छोटी लड़की से प्रेरित है, जिसका नाम स्टीवी निक्स के गाने ‘ड्रीम्स’ के आधार पर रखा गया, जिसमें एक पंक्ति है, “थंडर ओन्ली हैपन्स व्हेन इट्स रेनिंग।”

नामों का चयन कुछ मानदंडों के आधार पर किया जाता है:
1. उच्चारण में आसानी: नाम ऐसे होने चाहिए जो आसानी से उच्चारित किए जा सकें।
2. सांस्कृतिक संवेदनशीलता: नामों का अलग-अलग देशों में अलग-अलग अर्थ नहीं होना चाहिए।
3. विवाद से बचाव: नाम किसी विवादास्पद व्यक्ति या ब्रांड से संबंधित नहीं होने चाहिए।
4. विविधता: नाम यूके, आयरलैंड और नीदरलैंड्स की संस्कृतियों को प्रतिबिंबित करते हैं।
नाम वर्णमाला के अनुसार चुने जाते हैं, लेकिन Q, U, X, Y और Z अक्षरों से शुरू होने वाले नामों का उपयोग नहीं किया जाता, ताकि उत्तरी अटलांटिक तूफानों के लिए अमेरिका के नेशनल हरिकेन सेंटर की नामकरण परंपरा के साथ तालमेल बना रहे। प्रत्येक मौसम सेवा कुछ अक्षरों के लिए नाम चुनती है, जिससे सूची में विविधता बनी रहती है। इस साल मेट आयरन ने बच्चों द्वारा आयोजित एक STEM इवेंट से नाम चुने, जबकि KNMI ने पर्यावरण मेले से सुझाव लिए।

तूफानों का नामकरण क्यों?
तूफानों का नामकरण 2015 से शुरू हुआ, और इसका मुख्य उद्देश्य जनता में जागरूकता बढ़ाना और गंभीर मौसम की स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित करना है। मेट ऑफिस की मुख्य मौसम वैज्ञानिक रेबेका हिक्स के अनुसार, “तूफान का नामकरण केवल एक लेबल देने की बात नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि लोग इसे गंभीरता से लें।” नामित तूफान लोगों को मौसम की चेतावनियों पर ध्यान देने और तैयारी करने के लिए प्रेरित करते हैं। उदाहरण के लिए, हाल ही में आए तूफान फ्लोरिस के दौरान, एम्बर चेतावनी क्षेत्र में 93% लोग चेतावनियों से अवगत थे, और 83% ने तैयारी के लिए कदम उठाए।

तूफानों का नाम तब रखा जाता है जब वे यूके, आयरलैंड या नीदरलैंड्स में मध्यम या उच्च प्रभाव डाल सकते हों। इसमें मुख्य रूप से हवा की गति को ध्यान में रखा जाता है, लेकिन बारिश या बर्फ से होने वाले नुकसान को भी देखा जाता है। नामकरण से मीडिया और जनता के बीच संचार आसान होता है, जिससे लोग तूफान के प्रभावों को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं।

2025-26 सीजन की खासियत
इस साल की सूची में कुछ नामों के पीछे दिलचस्प कहानियां हैं। ‘इस्ला’ नाम कई लोगों ने छोटी लड़कियों के लिए सुझाया, जो “अपने पीछे अराजकता छोड़ देती हैं।” ‘वायलेट’ नाम एक ऐसी बेटी के सम्मान में चुना गया, जो 27 सप्ताह में जन्मी और “तूफान की तरह अडिग और तेज” थी। ‘रूबी’ नाम एक दादी के सम्मान में सबसे लोकप्रिय R अक्षर वाला नाम था।

2024-25 सीजन में छह तूफान नामित किए गए थे, जो ‘फ्लोरिस’ तक पहुंचे। इससे पहले 2023-24 सीजन में रिकॉर्ड 12 तूफान नामित किए गए थे। मेट ऑफिस के मौसम वैज्ञानिक एलेक्स डीकिन ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम अधिक चरम हो रहा है। गर्म वातावरण में अधिक नमी रहती है, जिससे तूफानों में भारी बारिश और बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।

नाम सुझाने की प्रक्रिया
मेट ऑफिस ने जून 2025 में जनता से 2025-26 सीजन के लिए नाम सुझाने की अपील की थी, जिसकी समय सीमा 3 जुलाई 2025 थी। लोग ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से नाम सुझा सकते थे, और सुझाव के साथ कारण भी बताना होता था। नामों की अंतिम सूची सितंबर 2025 में घोषित की गई।

निष्कर्ष
तूफान नामकरण एक गंभीर उद्देश्य के साथ एक रचनात्मक प्रक्रिया है। यह न केवल मौसम की चेतावनियों को प्रभावी ढंग से संप्रेषित करता है, बल्कि लोगों को अपने प्रियजनों और संस्कृति को श्रद्धांजलि देने का मौका भी देता है। जैसे-जैसे 2025-26 तूफान सीजन शुरू हो रहा है, यह सूची जनता को सुरक्षित रहने और मौसम की चुनौतियों के लिए तैयार रहने में मदद करेगी।

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