New Delhi News: वरिष्ठ न्यूज़ एंकर और पत्रकार चित्रा त्रिपाठी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियों और छवि को धूमिल करने की कोशिशों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल के महीनों में, चित्रा त्रिपाठी को निशाना बनाकर कई यूजर्स ने आपत्तिजनक और अपमानजनक पोस्ट किए हैं, जिसके जवाब में उन्होंने कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
क्या है मामला?
चित्रा त्रिपाठी, जो हाल ही में ‘आजतक’ छोड़कर ‘एबीपी न्यूज़’ से जुड़ी हैं, ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर बार-बार ट्रोलिंग और मानहानि का सामना किया है। एक मामले में, एक्स पर निगार परवीन नाम की यूजर ने दावा किया कि चित्रा को ‘आजतक’ से टीआरपी न लाने के लिए निकाला गया था। इस पर चित्रा ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने 18 साल तक अपनी शर्तों पर काम किया और उनकी मेहनत ने उन्हें देश के बड़े पत्रकारों में शुमार किया। उन्होंने यूजर को ट्वीट हटाने और माफी मांगने की चेतावनी दी, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की बात कही।
इसके अलावा, हाल ही में गोरखपुर में उनके भतीजे के जन्मदिन समारोह का एक वीडियो, जिसमें बीजेपी सांसद रवि किशन अपनी पत्नी के साथ मौजूद थे, को गलत तरीके से वायरल कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई। चित्रा ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यह उनके परिवार का निजी कार्यक्रम था और इसे गलत संदर्भ में पेश करना शर्मनाक है।
चित्रा त्रिपाठी, जो हाल ही में ‘आजतक’ छोड़कर ‘एबीपी न्यूज़’ से जुड़ी हैं, ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर बार-बार ट्रोलिंग और मानहानि का सामना किया है। एक मामले में, एक्स पर निगार परवीन नाम की यूजर ने दावा किया कि चित्रा को ‘आजतक’ से टीआरपी न लाने के लिए निकाला गया था। इस पर चित्रा ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने 18 साल तक अपनी शर्तों पर काम किया और उनकी मेहनत ने उन्हें देश के बड़े पत्रकारों में शुमार किया। उन्होंने यूजर को ट्वीट हटाने और माफी मांगने की चेतावनी दी, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की बात कही।
इसके अलावा, हाल ही में गोरखपुर में उनके भतीजे के जन्मदिन समारोह का एक वीडियो, जिसमें बीजेपी सांसद रवि किशन अपनी पत्नी के साथ मौजूद थे, को गलत तरीके से वायरल कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई। चित्रा ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यह उनके परिवार का निजी कार्यक्रम था और इसे गलत संदर्भ में पेश करना शर्मनाक है।
जातिवाद और व्यक्तिगत टिप्पणियों का आरोप
चित्रा त्रिपाठी पर जातिवाद के आरोप भी लगाए गए हैं। एक एक्स यूजर, क्रांति कुमार, ने दावा किया कि चित्रा और अन्य पत्रकार अपनी जाति के कारण जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को ज्यादा कवरेज दे रहे हैं। चित्रा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पत्रकार का काम जनता के मुद्दों को उठाना है, न कि जाति के आधार पर कवरेज देना। उन्होंने इसे उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की साजिश बताया।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा के एक ट्वीट में चित्रा को “औसत दर्जे की एंकर” कहकर तंज कसा गया, जिसका जवाब देते हुए चित्रा ने कहा, “लोग मुझसे इतना जलते क्यों हैं? औसत दर्जे का होना बुरा नहीं, लेकिन मेरी फोटो गौर से देखकर ट्वीट करने की क्या जरूरत थी?” इस विवाद ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी।
चित्रा त्रिपाठी पर जातिवाद के आरोप भी लगाए गए हैं। एक एक्स यूजर, क्रांति कुमार, ने दावा किया कि चित्रा और अन्य पत्रकार अपनी जाति के कारण जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को ज्यादा कवरेज दे रहे हैं। चित्रा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पत्रकार का काम जनता के मुद्दों को उठाना है, न कि जाति के आधार पर कवरेज देना। उन्होंने इसे उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की साजिश बताया।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा के एक ट्वीट में चित्रा को “औसत दर्जे की एंकर” कहकर तंज कसा गया, जिसका जवाब देते हुए चित्रा ने कहा, “लोग मुझसे इतना जलते क्यों हैं? औसत दर्जे का होना बुरा नहीं, लेकिन मेरी फोटो गौर से देखकर ट्वीट करने की क्या जरूरत थी?” इस विवाद ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी।
कानूनी कार्रवाई और ट्रोलिंग का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब चित्रा त्रिपाठी को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया गया है। जून 2023 में, उन्होंने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में अमित दामोदर नाम के यूजर के खिलाफ मानहानि और छवि खराब करने का मुकदमा दर्ज कराया था। यूजर ने उनके और उनके पति अतुल अग्रवाल के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। चित्रा ने तब ट्वीट कर कहा था कि वह न्याय मिलने तक चुप नहीं रहेंगी।
हाल ही में, एक कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान को लेकर भी विवाद हुआ, जिसे चित्रा ने व्यक्तिगत रूप से लिया। कुछ यूजर्स ने इसे सभ्यता के खिलाफ बताया, जबकि अन्य ने चित्रा के रुख का समर्थन किया।
यह पहली बार नहीं है जब चित्रा त्रिपाठी को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया गया है। जून 2023 में, उन्होंने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में अमित दामोदर नाम के यूजर के खिलाफ मानहानि और छवि खराब करने का मुकदमा दर्ज कराया था। यूजर ने उनके और उनके पति अतुल अग्रवाल के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। चित्रा ने तब ट्वीट कर कहा था कि वह न्याय मिलने तक चुप नहीं रहेंगी।
हाल ही में, एक कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान को लेकर भी विवाद हुआ, जिसे चित्रा ने व्यक्तिगत रूप से लिया। कुछ यूजर्स ने इसे सभ्यता के खिलाफ बताया, जबकि अन्य ने चित्रा के रुख का समर्थन किया।
चित्रा का जवाब और समाज का सवाल
चित्रा त्रिपाठी ने इन हमलों का जवाब देते हुए कहा, “शेर तो दहाड़ते हुए ही अच्छा लगता है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वह न तो ट्रोलिंग से डरेंगी और न ही चुप रहेंगी। सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों का कहना है कि एक महिला पत्रकार के खिलाफ इस तरह की अभद्रता निंदनीय है और समाज में बढ़ती असहिष्णुता को दिखा रही है।
चित्रा त्रिपाठी ने इन हमलों का जवाब देते हुए कहा, “शेर तो दहाड़ते हुए ही अच्छा लगता है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वह न तो ट्रोलिंग से डरेंगी और न ही चुप रहेंगी। सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों का कहना है कि एक महिला पत्रकार के खिलाफ इस तरह की अभद्रता निंदनीय है और समाज में बढ़ती असहिष्णुता को दिखा रही है।
निष्कर्ष
चित्रा त्रिपाठी के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रही अभद्रता न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा पर हमला है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता और पत्रकारों के खिलाफ नफरत भरे अभियानों का भी प्रतीक है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया पर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानूनी कदम और जागरूकता की जरूरत है। चित्रा की तरह कई पत्रकार लगातार ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, और यह समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि क्या हम वाकई एक असभ्य समाज की ओर बढ़ रहे हैं?
चित्रा त्रिपाठी के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रही अभद्रता न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा पर हमला है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता और पत्रकारों के खिलाफ नफरत भरे अभियानों का भी प्रतीक है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया पर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानूनी कदम और जागरूकता की जरूरत है। चित्रा की तरह कई पत्रकार लगातार ऐसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, और यह समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि क्या हम वाकई एक असभ्य समाज की ओर बढ़ रहे हैं?

