New Delhi News: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी के नाम की घोषणा की है। यह ऐलान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 19 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में आयोजित एक बैठक के बाद किया। जस्टिस रेड्डी का मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन से होगा। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर 2025 को होने वाला है।
कौन हैं जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी?
जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को आंध्र प्रदेश में हुआ था। उन्होंने बीए और एलएलबी की पढ़ाई पूरी की और 27 दिसंबर 1971 को आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुए। अपने लंबे और प्रतिष्ठित कानूनी करियर में उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में रिट और सिविल मामलों में वकालत की। इसके अलावा, वे 1988-90 के दौरान हाईकोर्ट में सरकारी वकील और केंद्र सरकार के लिए अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में भी कार्यरत रहे।
जस्टिस रेड्डी ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के लिए कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। 2 मई 1995 को उन्हें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 2005 में वे गौहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और 2007 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए। वे 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए। अपने कार्यकाल के दौरान, जस्टिस रेड्डी ने गरीबों और वंचितों के अधिकारों की रक्षा और संविधान के मूल्यों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विपक्ष की रणनीति और वैचारिक लड़ाई
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जस्टिस रेड्डी के नाम की घोषणा करते हुए कहा, “बी. सुदर्शन रेड्डी भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक हैं। उनका लंबा और सम्मानजनक कानूनी करियर रहा है। यह उपराष्ट्रपति चुनाव एक वैचारिक लड़ाई है, और विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर सहमति जताई है।” खरगे ने इसे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई के रूप में पेश किया।
विपक्षी गठबंधन ने शुरू में डीएमके सांसद तिरुचि सिवा और पूर्व इसरो वैज्ञानिक मैलस्वामी अन्नादुरई जैसे नामों पर भी विचार किया था। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने “तमिल बनाम तमिल” की स्थिति से बचने के लिए जस्टिस रेड्डी के नाम का समर्थन किया, क्योंकि एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन भी तमिलनाडु से हैं।
चुनावी समीकरण और चुनौतियां
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए को मजबूत स्थिति में माना जा रहा है। सी.पी. राधाकृष्णन को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और बीजेपी की सहयोगी एआईएडीएमके का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा, राजनाथ सिंह ने डीएमके नेता स्टालिन, बीजेडी नेता नवीन पटनायक और वाईएसआरसीपी नेता जगन मोहन रेड्डी से समर्थन मांगा है। दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन जस्टिस रेड्डी के नाम पर क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहा है।
जस्टिस रेड्डी 21 अगस्त 2025 को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। यह चुनाव न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि दक्षिण भारत की सियासत में भी इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है, खासकर तमिलनाडु में, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
विपक्ष ने भी उतारा उपराष्ट्रपति उम्मीदवार, जानिए उनके बारे में, पढ़िये पूरी ख़बर

