New Delhi News: 10 जुलाई 2025, भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) को केंद्र सरकार से एक महत्वपूर्ण मंजूरी दी गई है, जो देश में हरित ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को और गति प्रदान करेगी। इस मंजूरी के तहत IREDA को पूंजीगत लाभ बांड के माध्यम से धन जुटाने की अनुमति दे दी गई है, जो निवेशकों को आयकर अधिनियम की धारा 54EC के तहत कर छूट का लाभ प्रदान करेगा।
केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने IREDA के बांड्स को धारा 54EC के तहत दीर्घकालिक निर्दिष्ट परिसंपत्ति के रूप में अधिसूचित किया है। इसका मतलब है कि निवेशक इन बांड्स में निवेश करके पूंजीगत लाभ पर कर छूट प्राप्त कर सकते हैं। यह कदम न केवल IREDA के लिए वित्तीय संसाधनों को बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि निवेशकों के लिए भी एक आकर्षक विकल्प प्रदान करेगा।
इसके अतिरिक्त, IREDA ने हाल ही में अपनी पहली तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय प्रदर्शन की घोषणा की है। कंपनी ने इस तिमाही में 29% की वृद्धि के साथ 11,740 करोड़ रुपये के ऋण मंजूर किए, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 9,136 करोड़ रुपये थे। IREDA का कुल ऋण पोर्टफोलियो भी 27% की वृद्धि के साथ 79,960 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
IREDA, जो नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत एक ‘नवरत्न’ सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है, भारत में नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं को बढ़ावा देने, विकसित करने और उनका वित्तपोषण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस मंजूरी से IREDA को और अधिक संसाधन जुटाने में मदद मिलेगी, जिससे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), और ऊर्जा भंडारण जैसी परियोजनाओं को बढ़ावा मिलेगाI REDA के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा, “यह मंजूरी IREDA की भारत के नवीकरणीय ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है। हमारी पहली तिमाही की वृद्धि और यह सरकारी समर्थन हमें और अधिक प्रभावी वित्तपोषण समाधान प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है।”
यह मंजूरी न केवल IREDA के लिए, बल्कि शेयर बाजार में इसके निवेशकों के लिए भी सकारात्मक संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम IREDA के शेयरों को और आकर्षक बना सकता है। कुछ विश्लेषकों ने सुझाव दिया है कि लंबी अवधि के निवेशक इस स्टॉक को होल्ड करने पर विचार कर सकते हैं, क्योंकि इसका समर्थन स्तर 158-165 रुपये के बीच है।

