सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की छापेमारी, AAP नेताओ ने लगाया राजनीतिक साजिश का आरोप

New Delhi/Aam Aadmi Party News: आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास सहित 13 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी ने दिल्ली की सियासत में हलचल मचा दी है। यह कार्रवाई 2018-19 में दिल्ली सरकार द्वारा मंजूर 5,590 करोड़ रुपये की 24 अस्पताल परियोजनाओं में कथित अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत की गई। ईडी ने मंगलवार सुबह शुरू की गई इस छापेमारी को 20 घंटे तक जारी रखा, जिसके बाद AAP ने इसे केंद्र सरकार की “राजनीतिक साजिश” करार दिया।

सौरभ भारद्वाज का बयान
सौरभ भारद्वाज ने छापेमारी के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, “सुबह 7:15 बजे, जब मेरी बेटी स्कूल जा रही थी, ईडी के अधिकारी मेरे घर पहुंचे। शाम 6 बजे, एक अधिकारी ने ग्राउंड फ्लोर पर मेरे पिता और बेटियों के क्षेत्र में पुराने दस्तावेजों की तलाशी ली। उन्हें जो मिला, वह दिल्ली उच्च न्यायालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दायर एक सार्वजनिक हलफनामा था।” उन्होंने ईडी को खुली चुनौती देते हुए कहा, “मैंने तीन बार कहा, अगर गिरफ्तारी करनी है, तो कर लें। हम अरविंद केजरीवाल के चेले हैं, डरने वाले नहीं।”

AAP नेताओं की प्रतिक्रिया
AAP नेताओं ने इस छापेमारी को “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री विवाद” से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “यह छापेमारी मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग है। AAP को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि हम उनकी गलत नीतियों के खिलाफ सबसे मुखर हैं।”
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया, “जिस समय का यह केस है, तब सौरभ भारद्वाज मंत्री भी नहीं थे। यह पूरा केस झूठा है। सत्येंद्र जैन को भी तीन साल जेल में रखा गया, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला।” मनीष सिसोदिया ने कहा, “सोमवार को पूरे देश में मोदी की डिग्री पर सवाल उठे। उसी से ध्यान हटाने के लिए यह रेड कराई गई।” संजय सिंह ने भी इसे “फर्जी केस” करार देते हुए कहा कि यह कार्रवाई AAP को बदनाम करने की साजिश है।
AAP कार्यकर्ताओं ने भारद्वाज के घर के बाहर प्रदर्शन किया और नारे लगाए, “पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे चोरों से।”

बीजेपी का पलटवार
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “AAP सरकार ने अस्पताल निर्माण और दवाओं की खरीद में भारी घोटाले किए। ईडी की कार्रवाई से सच सामने आएगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली को लूटा और अब अन्य राज्यों में लोगों को गुमराह कर रही है। बीजेपी विधायक हरीश खुराना ने दावा किया कि AAP सरकार ने ठेकेदारों को बिना काम किए भुगतान किया।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा, “कोविड के समय अस्पतालों की कमी के कारण लोगों को सुविधाएं नहीं मिलीं। इन परियोजनाओं की लागत कई गुना बढ़ गई, जिससे घोटाले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।”

ईडी की कार्रवाई का विवरण
ईडी की जांच जून 2024 में दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) द्वारा दर्ज एक मामले पर आधारित है, जिसे जुलाई में ईडी ने अपने हाथ में लिया। आरोप है कि 2018-19 में मंजूर 24 अस्पताल परियोजनाओं (11 ग्रीनफील्ड, 13 ब्राउनफील्ड) में भारी अनियमितताएं हुईं। इनमें से अधिकांश परियोजनाएं छह महीने में पूरी होनी थीं, लेकिन तीन साल बाद भी केवल 50% काम पूरा हुआ, जबकि 800 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं।
ईडी ने पाया कि लोक नायक अस्पताल की निर्माण लागत 488 करोड़ से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये हो गई। इसके अलावा, 94 पॉलिक्लिनिक की योजना 168 करोड़ में थी, लेकिन 220 करोड़ खर्च होने के बावजूद केवल 52 पॉलिक्लिनिक बने। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की और PMLA की धारा 17 के तहत दिल्ली-NCR में 13 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें भारद्वाज का घर, ठेकेदारों, और रियल एस्टेट डेवलपर्स के कार्यालय शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, ईडी जल्द ही AAP के अन्य नेताओं को समन भेज सकती है।

20 घंटे की छापेमारी के बाद, ईडी ने अभी तक कोई आधिकारिक जब्ती या वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा नहीं किया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वह बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले पर और जानकारी दी । AAP ने दावा किया कि यह कार्रवाई 2025 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बदनाम करने का प्रयास है।
इस मामले ने दिल्ली की राजनीति को गरमा दिया है, और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है।

यह भी पढ़े: बार एसोसिएशन ने मनाई सम्राट मिहिर भोज जयंती

यहां से शेयर करें