NeverForgetBabriMasjid: हुमायूं बनाएगा ‘बाबरी मस्जिद’ रक्खी गई नींव, लाखो लोगों की भीड़, भारी सुरक्षा के साथ विवादास्पद कार्यक्रम संपन्न

NeverForgetBabriMasjid: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडंगा में आज निलंबित तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक हुमायूं कबीर ने ‘बाबरी मस्जिद’ नामक एक संरचना की नींव रखने का विवादास्पद कार्यक्रम आयोजित किया था। 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस की तारीख पर यह आयोजन होने से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कार्यक्रम में करीब 3 लाख लोगों के जुटने का दावा किया गया, जबकि भारी सुरक्षा बल तैनात थे। कबीर ने पुलिस का धन्यवाद दिया और शांति बनाए रखने की अपील की।

कार्यक्रम दोपहर 12 बजे शुरू हुआ, जिसमें कुरान पाठ के बाद नींव रखी गई। आयोजकों के अनुसार, सऊदी अरब से आए दो काजियों ने भी इसमें भाग लिया। वीडियो फुटेज में दिखा कि साइट पर हजारों लोग ईंटें सिर पर लादकर मार्च कर रहे थे, जो निर्माण में योगदान का प्रतीक था। एक वॉलंटियर मंसूर सफीकुल इस्लाम ने कहा, “मैं हुमायूं कबीर के साथ बाबरी मस्जिद की नींव रखने जा रहा हूं। ये ईंटें मस्जिद के लिए हैं।”

तैयारियां और भव्य आयोजन

बेलडंगा को एक विशाल कार्यस्थल में बदल दिया गया था। 25 बीघा जमीन पर कार्यक्रम आयोजित हुआ, जहां 150 फुट लंबा और 80 फुट चौड़ा मंच बनाया गया। आयोजकों ने सात कैटरिंग एजेंसियों से 40,000 शाही बिरयानी के पैकेट तैयार कराए, जबकि स्थानीय 20,000 लोगों के लिए अतिरिक्त भोजन व्यवस्था की गई। कुल खर्च 60-70 लाख रुपये अनुमानित है, जिसमें मंच का खर्च ही 10 लाख रुपये का था।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कबीर का काफिला पहुंचते दिखा, जहां बैनरों पर बाबरी मस्जिद की तस्वीरें लगी थीं। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों ने स्वागत किया। दान संग्रह भी शुरू हो गया, जिसमें ऑनलाइन पेमेंट स्कैनर का इस्तेमाल किया गया। कबीर ने कहा, “ये ऐतिहासिक क्षण है। लोग शांति बनाए रखें। प्रशासन और पुलिस का पूरा सहयोग मिल रहा है।”

भारी सुरक्षा और प्रशासनिक चिंताएं

एनएच-12 राजमार्ग के पास आयोजन से यातायात प्रभावित होने की आशंका थी। जिला प्रशासन ने कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर कबीर की टीम से चर्चा की। लगभग 3,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए, जिसमें केंद्रीय बल भी शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य राजमार्ग को सुचारू रखना है। डायवर्जन प्लान तैयार हैं।” कोर्ट ने कार्यक्रम पर रोक लगाने वाली याचिका खारिज कर दी थी।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

टीएमसी ने कबीर को गुरुवार को निलंबित कर दिया था, लेकिन आयोजन रुका नहीं। कबीर ने साजिशों का आरोप लगाया। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “आज बाबासाहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि है, बाबरी का दिन नहीं। ये समानता का दिन है।”    भाजपा के दिलीप घोष ने टीएमसी पर वोटबैंक की राजनीति का आरोप लगाया। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इसे “मानसिक विकृति” बताया। सोशल मीडिया पर #NeverForgetBabriMasjid ट्रेंड कर रहा है, जहां कुछ इसे स्मृति का प्रतीक बता रहे हैं तो कुछ ध्रुवीकरण का।

यह आयोजन मुर्शिदाबाद जैसे संवेदनशील क्षेत्र में धार्मिक-राजनीतिक मिश्रण को उजागर कर रहा है, जहां आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज हो चुकी है। कबीर की राजनीतिक महत्वाकांक्षा और टीएमसी की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं। कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।

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