Nagpur News: महाराष्ट्र के नागपुर में एक सरकारी रोजगार मेले के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में दो वरिष्ठ महिला डाक अधिकारियों के बीच मंच पर ही हंगामा हो गया। कोहनी से धक्का मारने और चिकोटी काटने जैसे हादसों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पद की गरिमा पर सवाल खड़े हो गए हैं। घटना के बाद दोनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
घटना नागपुर के एक प्रमुख रोजगार मेले (रोजगार मेला) के मंच पर घटी, जहां मंत्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। मंच पर सोफे पर बैठीं दो महिला अधिकारी- शोभा मधले (नारंगी साड़ी पहने, नागपुर की वर्तमान पोस्टमास्टर जनरल) और सुचिता जोशी (ग्रे साड़ी पहने, नवी मुंबई की पोस्टमास्टर जनरल)- के बीच पुरानी रंजिश भड़क उठी। वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि शोभा मधले ने सुचिता जोशी के हाथ को कोहनी से धक्का दिया, जिससे जोशी का हाथ में रखा पानी का गिलास सोफे पर गिर गया। इसके बाद मधले पर जोशी के बाएं हाथ पर चिकोटी काटने का आरोप लगा। दोनों के बीच सार्वजनिक रूप से तीखी नोकझोंक भी हुई, जो ‘शीत युद्ध’ की शक्ल ले चुकी थी।
यह विवाद नागपुर पोस्टमास्टर जनरल (पीएमजी) पद और चार्ज को लेकर है। 8 सितंबर को शोभा मधले का कर्नाटक के हावेरी स्थानांतरण आदेश जारी हुआ था, और सुचिता जोशी को नागपुर का अस्थायी चार्ज सौंपा गया। लेकिन मधले ने स्थानांतरण आदेश को अदालत में चुनौती दी और स्टे हासिल कर लिया, जिससे दोनों अधिकारियों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया।
रोजगार मेले जैसे महत्वपूर्ण सरकारी कार्यक्रम में यह रंजिश मंच पर ही फूट पड़ी, जो उपस्थित दर्शकों और मंत्री गडकरी के सामने हुई।
मंत्री नितिन गडकरी की ओर से इस घटना पर कोई प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह व्यवहार पद की गरिमा के विपरीत होने के कारण ऊपर तक पहुंच चुका है। डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दोनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जांच शुरू हो गई है।
वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लाखों व्यूज बटोर चुका है, और लोग इसे सरकारी अधिकारियों की छवि को धक्का पहुंचाने वाला बता रहे हैं।
यह घटना न केवल डाक विभाग की आंतरिक कलह को उजागर करती है, बल्कि सार्वजनिक मंचों पर पेशेवरता की कमी को भी रेखांकित करती है। विभाग ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन मामला और गहरा सकता है।

