मामले की शुरुआत
फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के तौर पर काम करने वाले मुजम्मिल शकील को करीब 10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। वह पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) का निवासी है और पिछले साढ़े तीन साल से फरीदाबाद में रह रहा था। पुलिस को शक हुआ जब अल फलाह यूनिवर्सिटी के आसपास संदिग्ध गतिविधियों की खबर मिली। पूछताछ में मुजम्मिल ने कबूल किया कि वह जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ है।
उसकी निशानदेही पर धौज इलाके में किराए के एक कमरे पर छापा मारा गया। वहां से 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ, जो विस्फोटक बनाने के लिए इस्तेमाल होता है। यह सामग्री 8 बड़े और 4 छोटे सूटकेसों में छिपाकर रखी गई थी। इसके अलावा, 20 टाइमर, 20 बैटरी, एक कैनन राइफल और 5 मैगजीन भी मिलीं। सूत्रों के अनुसार, यह अमोनियम नाइट्रेट 15 दिन पहले ही मुजम्मिल तक पहुंचा था। मुजम्मिल ने कमरा किराए पर इसलिए लिया था ताकि विस्फोटक को सुरक्षित रख सके।
महिला डॉक्टर का कनेक्शन
सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब मुजम्मिल ने अपनी इस्तेमाल की जाने वाली कार का जिक्र किया। यह मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार (नंबर HR 51 से शुरू) एक महिला डॉक्टर के नाम पर रजिस्टर्ड है, जो उसी यूनिवर्सिटी में काम करती है।
पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें से एक AK-47 राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्टल, 83 जिंदा राउंड, 8 कारतूस और दो खाली कारतूस बरामद हो गए।
महिला डॉक्टर जम्मू-कश्मीर में रहती है और कार का इस्तेमाल मुजम्मिल से जुड़े संदिग्ध कामों के लिए किया जाता था। सूत्रों का कहना है कि वह खुद जम्मू पुलिस के पास पहुंची है, जहां से उसकी गहन पूछताछ चल रही है। क्या वह आतंकी मॉड्यूल की मददगार थी या अनजाने में फंस गई? यह सवाल अभी अनुत्तरित है। एबीपी न्यूज के अनुसार, महिला डॉक्टर शाहीन भी गिरफ्तार हो चुकी है, जिसकी कार से हथियार मिले हैं।
मस्जिद इमाम की हिरासत
जांच में एक और कड़ी जुड़ गई जब फरीदाबाद के पास एक मस्जिद के इमाम को हिरासत में लिया गया। इमाम की पत्नी ने बताया कि मुजम्मिल उनके घर दूध लेने आता था और मस्जिद में नमाज पढ़ता था। हरियाणा पुलिस अब पूरे नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश में जुटी है। एनडीटीवी इंडिया ने ब्रेकिंग न्यूज में पुष्टि की कि मुजम्मिल इसी महिला डॉक्टर की कार का इस्तेमाल करता था।
क्या है आतंकी साजिश का मकसद?
पुलिस को शक है कि यह मॉड्यूल दिल्ली-एनसीआर में बड़े हमले की योजना बना रहा था। अमोनियम नाइट्रेट जैसी खतरनाक सामग्री का इस्तेमाल IED बम बनाने के लिए किया जाता है। मुजम्मिल का जम्मू-कश्मीर से सीधा लिंक होने से मामला और गंभीर हो गया है।समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुजम्मिल के कमरे से बरामद सामग्री देश को दहला सकती थी।
हरियाणा पुलिस और जम्मू-कश्मीर एटीएस की टीम अब पूरे नेटवर्क को उजागर करने पर काम कर रही है। फरीदाबाद के एसएसपी ने कहा, “जांच जारी है, जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी।” यह घटना एक बार फिर आतंकी तत्वों के शहरों में घुसपैठ को उजागर करती है।

