Noida News: भक्ति संगीत और समाजसेवा की जगमगाती आवाज डॉ. बबीता शर्मा ने सेक्टर-50 स्थित अपने निवास पर मीडिया संवाद समारोह में कहा कि, संगीत मेरे लिए साधना है, प्रसिद्धि नहीं।
बागबान कार्यक्रम की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में डॉ. शर्मा ने अपने जीवन, संगीत और सामाजिक कार्यों की प्रेरक यात्रा साझा की। अलवर के संयुक्त परिवार में जन्मी डॉ. बबीता ने संगीत की शिक्षा अलवर से स्नातक और जयपुर विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनके शोध का विषय महान गायक पं. भीमसेन जोशी रहे, जिसके आधार पर उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की।
परिवारिक जिम्मेदारियों के कारण संगीत कुछ समय पीछे रह गया, लेकिन उनके पुत्र उत्कर्ष शर्मा के एक प्रश्न ने भीतर के कलाकार को पुन: जागृत किया। इसके बाद डॉ. बबीता ने नोएडा में सेक्टर-19 के सनातन धर्म मंदिर से अपने भक्ति संगीत का नया सफर शुरू किया। उनके प्रयासों में टी.एन. गोविल, संजय बाली, विपिन मल्हन, मान सिंह चौहान और अन्य संगीतप्रेमियों ने सहयोग दिया। आज डॉ. शर्मा नोएडा और दिल्ली में भक्ति संगीत की सशक्त पहचान बन चुकी हैं। उन्होंने संगीत को समाज सेवा का माध्यम बनाया है। उनकी प्रमुख सेवाओं में गौ-सेवा, पक्षी संरक्षण, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं।
विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू किया गया ‘बागबान’ कार्यक्रम नोएडा में एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है। डॉ. शर्मा का मानना है कि अगर स्वर सच्चा है, तो जीवन में कभी देर नहीं होती। सेक्टर-50 में अपने परिवार के साथ सुखद जीवन व्यतीत कर रही डॉ. बबीता शर्मा का हृदय अब भी सेवा, संगीत और संवेदना के लिए समर्पित है। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि संगीत केवल सुना नहीं जाता, बल्कि जिया जाता है।

