पीपीपी मॉडल पर गोबर से पेंट बनाएगा नगर निगम, जल्द शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट 

ghaziabad news गाजियाबाद नगर निगम अब शहर में फैली गोबर की समस्या से निपटने और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अभिनव पहल करने जा रहा है। नगर निगम ने घोषणा की है कि सितंबर माह से नंदग्राम स्थित नंदी पार्क में गोवंश के गोबर से प्राकृतिक पेंट  तैयार करने की परियोजना की शुरूआत की जाएगी। यह कार्य पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ होगा। नगर निगम ने इस परियोजना के लिए निविदा आमंत्रित कर दी है और अगले 10 दिनों के भीतर मशीनों की स्थापना की जाएगी। निगम की योजना है कि इस प्लांट में 15 से 17 हाई स्पीड डिस्पेंसर मशीनें लगाई जाएंगी, जिनसे डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट तैयार किया जाएगा। इन पेंट्स की सबसे पहले  नगर की गौशालाओं में उपयोग की योजना है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि यह परियोजना ब्लूमबर्ग फिलैन्थ्रॉपीज मेयर्स चैलेंज 2025 के तहत लाई जा रही है, जिसमें गाजियाबाद नगर निगम को विश्व स्तर पर सराहना भी मिली है। महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त के नेतृत्व में निगम ने इस अभिनव पहल को धरातल पर उतारने का फैसला लिया है।
नगर निगम को मिलेगा राजस्व और युवाओं को रोजगार 
नगर निगम को इससे राजस्व प्राप्ति की भी संभावना है, जबकि पर्यावरण को सीधा लाभ  मिलेगा। इससे शहरवासियों को गोबर की समस्या से राहत मिलेगी और साथ ही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि देश के अन्य नगर निकायों में चल रही ऐसी परियोजनाओं का भी अध्ययन किया जा रहा है, ताकि गाजियाबाद में इसे और अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसका विस्तार शहर के अन्य हिस्सों में भी किया जाएगा।
यह है पेंट बनाने की प्रक्रिया और विशेषताएं
-प्राकृतिक पेंट दुर्गंध और केमिकल रहित होगा
-इसमें 50 फीसद  गोबर और 50 फीसद  पानी के साथ अन्य प्राकृतिक पदार्थ मिलाए जाएंगे।
-प्रतिदिन 2 से 5 क्विंटल गोबर की खपत से 1000 से 2000 लीटर पेंट का उत्पादन संभव होगा।
-यह पेंट गर्मी में तापमान को भी कम करने में सहायक होगा।

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