Moscow News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस और अमेरिका के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई है। पुतिन ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नेतृत्व क्षमता दोनों देशों के बीच हाल के वर्षों में खराब हुए संबंधों को पुनर्जनन में मदद करेगी। पुतिन ने इसे “सुरंग के अंत में रोशनी” के रूप में वर्णित किया, जो रूस-अमेरिका संबंधों में सकारात्मक बदलाव की संभावना में एक उम्मीद कि किरण बन कर निकला है।
पुतिन ने हाल ही में एक बयान में कहा कि ट्रम्प के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच रचनात्मक बातचीत शुरू हो सकती है। उन्होंने ट्रम्प की “परिणाम-उन्मुख” और “मैत्रीपूर्ण” दृष्टिकोण की सराहना की, जिसे उन्होंने यूक्रेन संकट के समाधान की दिशा में एक संभावित कदम के रूप में देखा। पुतिन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस और अमेरिका के बीच तनाव कई मुद्दों, जैसे यूक्रेन संघर्ष और आर्थिक प्रतिबंधों, के कारण चरम सीमा पर रहा है।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने पुतिन के इस बयान को सतर्कता के साथ देखने की सलाह दी है। पूर्व अमेरिकी राजनयिक कर्ट वोल्कर ने इसे “काफी घमंडी और कपटपूर्ण” टिप्पणी करार दिया, जिसका मकसद शायद ट्रम्प प्रशासन पर दबाव डालना हो। दूसरी ओर, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान दोनों देशों के बीच कूटनीतिक बातचीत को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
इस बीच, रूस और अमेरिका के बीच संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कई चुनौतियां बनी हुई हैं। दोनों देशों के बीच भरोसे की कमी, भू-राजनीतिक हितों में टकराव और वैश्विक मंच पर विरोधी रुख अभी भी प्रमुख बाधाएं हैं। फिर भी, पुतिन का यह बयान संकेत देता है कि रूस कम से कम कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के लिए खुला है।
यह खबर रूस और अमेरिका के बीच भविष्य की कूटनीति पर वैश्विक ध्यान आकर्षित कर रही है, और दुनिया भर के विश्लेषक इस बात पर नजर रखे हुए हैं कि क्या यह बयान वास्तव में दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार ला सकता है।

