Moradabad Police News: वैसे तो पुलिस और जनता के बीच हमेशा खींचतान चलती है लेकिन जब कहीं कोई समस्या और दिक्कत आती है या बदमाशों का खौफ होता है, तब पुलिस ही याद आती है। कभी कभी पुलिस अफसरों को भी सही काम करने का इनाम नहीं बल्कि सजा मिल जाती है। ऐसा ही देखने को मिला मुरादाबाद के थाना गलशहीद क्षेत्र के अंतर्गत असालतपुरा चौकी में। पुलिस हमेशा जाल बिछाकर ही गलत काम करने वालों को पकड़ लेती है। असालतपुरा चैकी पुलिस स्मैक बेचने वाले को जाल बिछाकर पकड़कर चौकी लाती है और उसके कुछ आंका उसको छुड़वाने के लिए मुरादाबाद के एसएसपी को फोन कर देते हैं और बताया जाता है कि कई दिनों से युवक को स्मैक बेचने के आरोप में बैठाकर रखा है, जिस पर विभाग में गहमागहमी का माहौल बन जाता है। लेकिन हकीकत ये होती है कि चौकी आए इस युवक को एक घंटा भी नहीं हुआ, मगर पुलिस विभाग में हड़कंप मच जाता है। कुछ ही देर बाद मौके पर पहुँच जाते हैं थानाध्यक्ष और वो भी इस युवक से पूछताछ करते हैं। लेकिन पुलिस पता नहीं कर पाती है कि वे इस युवक के पास जो स्मैक थी वो कहाँ गई। क्योंकि जिस वक्त यह युवक एक व्यक्ति से मोबाइल लेकर उसे इसमें बेच रहा होता। तभी पुलिस इसको रंगे हाथों दबोच लेती है, अधिकारियों के दबाव में आकर बहुत ज्यादा पूछताछ नहीं हो पाती है। स्मैक बेचने वाले को छोड़ दिया जाता है। इस मामले में चैकी इंचार्ज बिलकुल झुकने को तैयार नही होते। अब नशे का सिडिकेट चलाने वाले समझ जाते है कि अनकी शामत आ चुकी है। इसके बाद शुरू करते है शिकायतों का दौर। कई आला अफसरों के पास शिकायत दी जाती है और चैकी इंचार्ज पर कई आरोप लगाए जाते है। एक हफ्ते बाद अब इसका पूरा खामियाजा चैकी इंचार्ज को भुगतना पड़ता है। चैकी इंचार्ज को यहां से हटाकर ट्रैफिक से सम्बद्ध कर दिया जाता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो ये कहा जा सकता है कि इसमें एक बेचने वालों को पकड़ने की ये चौकी इंचार्ज को सजा मिली है।
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