Monsoon session Parliament News: संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। लोकसभा में आज यानी बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया। जब विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया तो लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भड़क गए। उन्होंने विपक्षी सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा कि आप सड़क का व्यवहार संसद में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सदन में तख्तियां लेकर आने वालों पर मुझे निर्णायक कार्रवाई करनी पड़ेगी। बता दें कि लगातार तीन दिन से हो रहे विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा को स्थगित करना पड़ रहा है। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ है। सांसदों ने पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की थी। विपक्ष के सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुछ मांगे उठाई।
बता दें कि जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र के पहले ही दिन उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, उनके इस्तीफे के बाद मानसून सत्र के और भी हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष का कहना है कि जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के पीछे कोई बहुत बड़ा खेल है।
कौन से बिल पेश कर सकती है सरकार
सरकार इस मानसून सत्र में 16 बिल पेश कर सकती है। इस लिस्ट में मर्चेंट शिपिंग बिल, इंडियन पोर्ट्स बिल 2025, तटीय नौवहन विधेयक, नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल, नेशनल एंटी-डोपिंग संशोधन बिल, मणिपुर ळैज् बिल, प्प्ड संशोधन बिल और टैक्सेशन संशोधन बिल की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है।
किन मुद्दों पर होगी चर्चा
इस बार के मानसून सत्र में कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है। लेकिन सबसे तीखी बहस ऑपरेशन सिंदूर पर देखने को मिलेगी। सर्वदलीय बैठक के दौरान केंद्र सरकार ने विपक्ष की एक बड़ी मांग को मान लिया है। बिहार में एसआईआर के खिलाफ संसद में विपक्ष के विरोध और नारेबाजी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “जिस तरह से वे विरोध कर रहे हैं वह गुंडागर्दी है। बिहार और संसद दोनों में गुंडागर्दी और अराजकता फैलाई जा रही है। यह संसद के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, एक समय वे एक मस्जिद में बैठक करते हैं, फिर संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन करते हैं३ हमने उन्हें बहस के लिए बुलाया था, लेकिन वे बहस नहीं चाहतेय वे केवल हंगामा चाहते हैं।

