गलत सूचना शांति, स्थिरता के लिए खतरा और लोकतंत्र के लिए चुनौती: धनखड़
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गलत सूचना शांति, स्थिरता के लिए खतरा और लोकतंत्र के लिए चुनौती: धनखड़

New Delhi: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सूचनाओं और जानकारियों को नियंत्रित करने की सलाह देते हुए कहा है कि अनियंत्रित सूचना और फर्जी खबरें अकल्पनीय आपदा पैदा कर सकती हैं। श्री धनखड़ ने मंगलवार को यहां उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में भारतीय सूचना सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों के एक समूह से बातचीत करते हुए कहा कि गलत सूचनाओं और जानकारी को जड़ से समाप्त करने के लिए तेजी से काम किया जाना चाहिए।

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उन्होंने कहा,“सूचना शक्ति है, सूचना बहुत खतरनाक शक्ति है, सूचना वह शक्ति है जिसे नियंत्रित किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि गलत सूचनाओं और जानकारियां किसी आपदा को जन्म दे सकती हैं इसलिए इनका मुकाबला तुरंत किया जाना चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में गलत सूचना शांति और स्थिरता के लिए बहुत बड़ा खतरा बन गई है और लोकतंत्र के लिए चुनौती बन गई है। उन्होंने जोर दिया कि इस तरह की गलत सूचना हमारे सुरक्षा और रक्षा तंत्र पर बहुत बुरा असर डालती है। सूचना को सबसे शक्तिशाली हथियार और युद्ध का पांचवा आयाम बताते हुए श्री धनखड़ ने आगाह किया कि हमारे सूचना क्षेत्र में छद्म लोगों द्वारा फैलाई गई जोड़-तोड़, विभाजनकारी और एजेंडा संचालित कहानियां हमारे देश की संप्रभुता और अखंडता के लिए वास्तविक खतरा हैं।

श्री धनखड़ ने सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए सरकारी अधिकारियों की सराहना की और कहा,“आपको फर्जी खबरों को जड़ से खत्म करना होगा।” भारत को दुनिया का सबसे जीवंत लोकतंत्र बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी सरकार की वैधता इस बात पर निर्भर करती है कि लोगों का उस पर कितना भरोसा है। उन्होंने कहा कि आईआईएस अधिकारी नागरिकों और उनकी चुनी हुई सरकार के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करने के लिए नियुक्त और सुसज्जित हैं। वैश्विक मीडिया का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने का आह्वान करते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि कभी भी दूसरों को अपने बारे में राय बनाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

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