उपचुनाव 30 नवंबर को हुए थे, जिसमें कुल 38.51 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 2022 के एमसीडी के 250 वार्डों के चुनाव में 50.47 प्रतिशत से काफी कम है। मतगणना आज सुबह 8 बजे 10 काउंटिंग सेंटरों पर शुरू हुई, जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परिणाम घोषित किए गए। दिल्ली पुलिस के करीब 1,800 जवान और 10 कंपनियों के अर्धसैनिक बल तैनात रहे।
पार्टीवार विजेता और वार्डों की पूरी सूची
परिणामों के अनुसार, भाजपा ने जिन 9 वार्डों पर पहले से कब्जा था, उनमें से अधिकांश को बरकरार रखा और आप के 3 वार्डों में से 2 छीन लिए। यहां विजेताओं की पूरी सूची है:
• मुंडका (वार्ड 35): अनिल कुमार (आप)
• शालीमार बाग-बी (वार्ड 56): अनिता जैन (भाजपा)
• अशोक विहार (वार्ड 65): वीणा असिजा (भाजपा)
• चांदनी चौक (वार्ड 74): सुमन कुमार गुप्ता (भाजपा)
• चांदनी महल (वार्ड 76): मोहम्मद इमरान (एआईएफबी)
• द्वारका-बी (वार्ड 120): मनीषा देवी (भाजपा)
• दीचां कलां (वार्ड 128): रेखा रानी (भाजपा)
• नरैना (वार्ड 139): राजन अरोड़ा (आप)
• संगम विहार-ए (वार्ड 164): सुरेश चौधरी (कांग्रेस)
• दक्षिणपुरी (वार्ड 165): राम स्वरूप कनोजिया (आप) (नोट: कुछ स्रोतों में वार्ड नंबर में मामूली भिन्नता)
• ग्रेटर कैलाश (वार्ड 173): अंजुम मंडल (भाजपा)
• विनोद नगर (वार्ड 198): सरला चौधरी (भाजपा)
कुछ वार्डों में मतों का अंतर स्पष्ट रूप से उपलब्ध नहीं है, लेकिन प्रारंभिक रुझानों के आधार पर भाजपा ने कई जगहों पर भारी बहुमत से जीत दर्ज की। उदाहरण के लिए, शालीमार बाग-बी में भाजपा की अनिता जैन ने आप की बबीता राणा को 10,000 से अधिक वोटों से हराया।
प्रमुख बिंदु और संदर्भ
ये उपचुनाव एमसीडी में भाजपा और आप के बीच जारी जंग का हिस्सा हैं। 2022 के बड़े चुनाव में आप ने निगम पर कब्जा किया था, लेकिन भाजपा ने लगातार उपचुनावों में अपनी पकड़ मजबूत की है। राज्य निर्वाचन आयोग ने काउंटिंग के दौरान ईवीएम की मजबूत रूम्स में सीसीटीवी निगरानी और विशेष सुरक्षा सुनिश्चित की। उम्मीदवारों और उनके अधिकृत एजेंटों के लिए अलग सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
कांग्रेस की यह जीत पार्टी के लिए उत्साहजनक है, क्योंकि दिल्ली में लंबे समय से उसका प्रभाव कमजोर था। एआईएफबी की चांदनी महल में जीत ने वामपंथी दलों को नई उम्मीद दी है। परिणामों के बाद भाजपा ने इसे “जनादेश” करार दिया, जबकि आप ने कम मतदान प्रतिशत को मुद्दा बनाया।
काउंटिंग सेंटर कांजावाला, पीतमपुरा, भारत नगर, सिविल लाइंस, राउज एवेन्यू, द्वारका, नजफगढ़, गोल मार्केट, पुष्प विहार और मंडावली में स्थापित किए गए थे। कुल 700 कर्मियों ने गणना का कार्य संभाला।
ये परिणाम दिल्ली की राजनीति में बदलाव के संकेत दे रहे हैं, खासकर फरवरी 2025 के विधानसभा चुनावों के बाद जहां भाजपा की रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री बनीं। आगे की कार्रवाई में एमसीडी की बैठकों पर असर पड़ सकता है।

