नोएडा प्राधिकरण के खजाने में सेंधमारी करने वाला मास्टरमाइंड पुलिस गिरफ्त से दूर

नोएडा प्राधिकरण के खजाने सेंधमारी करने की कोशिश करने वाले पांच जालसाज गिरफ्तार हो चुके है। लेकिन इसका मास्टरमाइंड फिलहाल पुलिस गिरफ्त से दूर है। इतना ही नही पुलिस उन लोगों तक भी नही पहुंच पा रही है जिन्होने इस कहानी को रचा है। प्राधिकरण के अफसरों और कर्मचारियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। बैंक से 200 करोड़ रुपये निकालने की साजिश करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को पुलिस ने दबोच लिया है। यह जालसाज पहले डाक विभाग में नौकरी करता था। डाक विभाग में भी इसने एक बड़ा घोटाला कर रखा हैं।

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नोएडा कमिश्नरी पुलिस नोएडा प्राधिकरण के बैंक ऑफ इंडिया के खाते से 3.90 करोड़ रुपये निकालने के मामले में पांचवें जालसाज को भी शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार व्यक्ति जालसाजी के मास्टरमाइंड मनु पोला का करीबी है। सेक्टर-59 मेट्रो स्टेशन के पास से आरोपी गिरफ्तार दिल्ली निवासी राजेश कुमार पांडेय को जालसाजी की रकम में से पांच फीसदी मिलना था। डीसीपी नोएडा जोन हरीश चंदर ने बताया कि आरोपी राजेश कुमार पांडेय के पास से प्राधिकरण के दो फर्जी लेटर बरामद हुए हैं। पूछताछ में राजेश ने बताया कि नोटबंदी के दौरान उसकी मुलाकात इस मामले में फरार चल रहे त्यागी और मिश्रा से हुई थी। इन्हीं दोनों ने राजेश से प्राधिकरण के खाते से पैसे निकालने के लिए डील की थी। इसके बाद में राजेश मनु पोला के करीब हो गया था। इस मामले में राजेश ने अपनी पहचान वाले सुधीर चैधरी से बात की। सुधीर की पहचान के बैंक में कुछ लोग मिल गए। इसके बाद से प्लानिंग हुई और खाते से पैसे निकाले गए। सेक्टर-34 में एक घर में इस मामले को लेकर सभी जालसाजों की लगातार बैठक होती रही। राजेश का बैंक ऑफ इंडिया में आना जाना था। जब अब्दुल खादर बैंक में फर्जी खाता खुलवाने गया था, तब राजेश साथ में मौजूद था।

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