Mann Ki Baat: पीएम ने लोगों से की मेड इन इंडिया सामान खरीदने की अपील
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात प्रोग्राम में स्वच्छता मिशन के बारे में चर्चा की.उन्होंने केरल के स्वच्छता चैंपियन की बात की. उन्होंने कहा- ‘केरल के 74 साल के सुब्रमण्यम जी 23000 से अधिक कुर्सियों की मरम्मत करके उन्हें दोबारा काम लायक बना चुके हैं. लोग तो उन्हें रिड्यूस रीयूज और रीसायकल यानी ट्रिपल आर चैंपियन भी कहते हैं. उनके इन अनोखे प्रयासों को कोझीकोड सिविल स्टेशन पीडब्ल्यूडी और एलआईसी के दफ्तर में देखा जा सकता है.
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‘मन की बात’ के लिए आई चिट्ठियों को पढ़ना गर्व की बात
उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ की 10 वर्ष की यात्रा ने एक ऐसी माला तैयार की है, जिसमें हर कार्यक्रम के साथ नई गाथाएं, नए कीर्तिमान, नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं। हमारे समाज में सामूहिकता की भावना के साथ जो भी काम हो रहा हो, उन्हें ‘मन की बात’ के द्वारा सम्मान मिलता है। मेरा मन भी तभी गर्व से भर जाता है, जब मैं ‘मन की बात’ के लिए आई चिट्ठियों को पढ़ता हूं।
त्योहार की सीजन में मेड इन इंडिया पर जरूर फोकस करें- पीएम मोदी
Mann Ki Baat Live: साथियों, त्योहारों के इस मौसम में आप फिर से अपना पुराना संकल्प जरूर दोहराइए. कुछ भी समान हो वह ‘मेड इन इंडिया’ ही होना चाहिए. कुछ भी गिफ्ट देंगे.. सभी मेड इन इंडिया होने चाहिए. मन की बात से जुड़े अपने विचार और सुझाव हमें जरूर भेजिएगा. मुझे आपके पत्रों और संदेशों के प्रतीक्षा है. कुछ ही दिन बाद त्योहारों का सीजन शुरू होने है. त्योहारों का सीजन नवरात्र से शुरू होगा. मैं आने वाले त्योहारों की आप सबको बहुत-बहुत बधाई देता हूं. आप सभी अपने परिवार और अपने प्रियजनों के साथ त्यौहार का खूब आनंद लें. दूसरों को भी अपने आनंद में शामिल करें. अगले महीने मन की बात में कुछ और नए विषय के साथ आपसे जुड़ेंगे.
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मध्य प्रदेश की महिलाओं के अभियाल की सराहना की
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे मध्य प्रदेश के दो बड़े ही प्रेरणादायी प्रयासों की जानकारी मिली है। यहां डिंडौरी के रायपुरा गांव में एक बड़े तालाब के निर्माण से भू-जल स्तर काफी बढ़ गया है। इसका फायदा इस गांव की महिलाओं को मिला। यहां ‘शारदा आजीविका स्वयं सहायता समूह’ इससे जुड़ी महिलाओं को मछली पालन का नया व्यवसाय भी मिल गया।
मध्य प्रदेश के छतरपुर में भी महिलाओं का प्रयास बहुत सराहनीय है। यहां के खोंप गांव का बड़ा तालाब जब सूखने लगा तो महिलाओं ने इसे पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया। ‘हरी बगिया स्वयं सहायता समूह’ की इन महिलाओं ने तालाब से बड़ी मात्रा में गाद निकाली, तालाब से जो गाद निकली उसका उपयोग उन्होंने बंजर जमीन पर फ्रूट फॉरेस्ट तैयार करने के लिए किया।
पीएम मोदी ने कहा धन्यवाद
पीएम ने कहा कि मन की बात के 10 साल की यात्रा ने ऐसी माला तैयार की है। जिसमें हर एपिसोड के साथ नई गाथाएं और नए कीर्तिमान और नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं। सामूहिकता के साथ होने वाले हर कार्यक्रम को मन की बात में सम्मान मिलता है। पीएम मोदी ने टीवी चैनलों और प्रिंट मीडिया को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इन सस्थानों ने कार्यक्रम को घर-घर पहुंचा दिया है।
19वीं सदी तक की कलाकृतियों को अमेरिका ने वापस किया
उन्होंने कहा कि चार हजार साल पुरानी कलाकृतियों से लेकर 19वीं सदी तक की कलाकृतियों को अमेरिका ने वापस किया है।इनमें फूलदान, देवी-देवताओं की टेराकोटा पट्टिकाएं, जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाओं के अलावा भगवान बुद्ध और भगवान श्री कृष्ण की मूर्तियां भी शामिल हैं। लौटाई गईं चीजों में पशुओं की कई आकृतियां भी हैं। पुरुष और महिलाओं की आकृतियों वाली जम्मू-कश्मीर की टेराकोटा टाइल्स तो बेहद ही दिलचस्प हैं। इनमें कांसे से बनी भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमाएं भी हैं, जो दक्षिण भारत की हैं। वापस की गई चीजों में बड़ी संख्या में भगवान विष्णु की तस्वीरें भी हैं। ये मुख्य रूप से उत्तर और दक्षिण भारत से जुड़ी हैं। इनमें से बहुत सी कलाकृतियों को तस्करी और दूसरे अवैध तरीकों से देश के बाहर ले जाया गया था। यह गंभीर अपराध है, एक तरह से यह अपनी विरासत को खत्म करने जैसा है, लेकिन मुझे इस बात की बहुत खुशी है, कि पिछले एक दशक में ऐसी कई कलाकृतियां और हमारी बहुत सारी प्राचीन धरोहरों की घर वापसी हुई है।
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सफाई के लिए पांडिचेरी के माहे के युवाओं का अभिनंदन- पीएम मोदी
Mann Ki Baat Live: पीएम मोदी ने पांडिचेरी के समुद्र तट पर सफाई अभियान की चर्चा की. उन्होने कहा माहे म्युनिसिपालिटी और इसके आसपास के क्षेत्र के युवाओं की एक टीम इस अभियान का नेतृत्व कर रही है. इस टीम के लोग अपने प्रयासों से माहे एरिया और खासकर वहां के विशेष को पूरी तरह साफ सुथरा बना रहे हैं. साथियों, मैं यहां सिर्फ दो प्रयासों की चर्चा की है. लेकिन, हम आसपास देखें तो पाएंगे कि देश के हर किसी हिस्से में स्वच्छता को लेकर कोई ना कोई अनोखा प्रयास जरूर चल रहा है. कुछ ही दिन बाद आने वाले 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत मिशन के 10 साल पूरे हो रहे हैं. यह अवसर उन लोगों के अभिनंदन का है. जिन्होंने इस भारतीय इतिहास का इतना बड़ा जन आंदोलन बना दिया