Manchester News: भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान शुभमन गिल एक बार फिर सुर्खियों मे छाये हुए हैं, लेकिन इस बार उनके शानदार प्रदर्शन के लिए नहीं, बल्कि लॉर्ड्स टेस्ट में उनकी आक्रामकता को लेकर। पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने गिल को सख्त हिदायत दी है कि वह विराट कोहली की तरह आक्रामक इमेज बनाने की कोशिश न करें, क्योंकि यह उनके स्वाभाविक खेल के लिए ठीक नहीं है।
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन शुभमन गिल का इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली और बेन डकेट के साथ तीखी नोकझोंक देखने को मिली थी। गिल का यह गुस्सैल अंदाज देखकर फैंस को पूर्व कप्तान विराट कोहली की याद आ गई, जिन्होंने 2021 में लॉर्ड्स में ही जो रूट के साथ ऐसा ही विवाद खड़ा किया था। गिल की इस आक्रामकता को मांजरेकर ने उनकी बल्लेबाजी में असफलता से जोड़ा। उन्होंने कहा कि गिल की मैदान पर अनावश्यक भिड़ंत ने उनकी एकाग्रता को प्रभावित किया, जिसके चलते वह दूसरी पारी में सस्ते में आउट हो गए।
मांजरेकर ने जियोहॉटस्टार पर बातचीत के दौरान कहा, “अगर कोई यह सोचकर ब्रांड बनाना चाहता है कि हम भारतीय हैं और किसी से कम नहीं, तो यह आकर्षण तो लाता है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि गिल ऐसा सिर्फ ध्यान खींचने के लिए नहीं कर रहे।” उन्होंने सुझाव दिया कि गिल को यह तय करना होगा कि क्या वह विराट कोहली की तरह आक्रामकता के साथ बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं या फिर एमएस धोनी की तरह शांत रहकर।
शुभमन गिल ने इंग्लैंड दौरे पर शानदार बल्लेबाजी की है। एजबेस्टन टेस्ट में उन्होंने दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया और बतौर भारतीय कप्तान टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इसके अलावा, उन्होंने राहुल द्रविड़ के इंग्लैंड में सबसे ज्यादा रन बनाने के रिकॉर्ड को भी तोड़ा। लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रनों से मिली हार और गिल की आक्रामकता ने उनके नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर जोनाथन ट्रॉट ने भी गिल के व्यवहार की आलोचना की और उनकी तुलना कोहली से करते हुए कहा कि यह व्यवहार मैदान पर अनावश्यक तनाव पैदा करता है। वहीं, कुछ फैंस गिल के इस रवैये को कोहली की आक्रामकता का ‘उत्तराधिकारी’ मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे अनावश्यक नाटकबाजी बता रहे हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2-1 से पिछड़ रही भारतीय टीम अब मैनचेस्टर टेस्ट में वापसी की कोशिश करेगी। गिल की कप्तानी और उनके बल्ले पर सभी की नजरें होंगी। माइकल वॉन जैसे दिग्गजों ने गिल, ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल की तिकड़ी को भारतीय टेस्ट क्रिकेट का भविष्य बताया है, लेकिन साथ ही चेतावनी दी है कि कोहली की गैरमौजूदगी में इन युवाओं को जिम्मेदारी संभालनी होगी।

