घटना 29 नवंबर की रात भिवानी जिले के रेवाड़ी खेड़ा गांव में एक शादी समारोह के दौरान घटी। रोहित अपने दोस्त जतिन के रिश्तेदार की शादी में शगुन देने के लिए भिवानी पहुंचे थे। परिवार के अनुसार, रात को तिगड़ाना गांव की बारात देर से पहुंची और बारातियों में कुछ युवक महिलाओं के साथ बदतमीजी करने लगे। रोहित ने उन्हें टोका, जिससे मामला बिगड़ गया। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि विवाद सेल्फी लेने या महिलाओं को रास्ता देने को लेकर भी हुआ। हालांकि, छोटी-मोटी नोकझोंक के बाद युवक चले गए, लेकिन यह सब सुनियोजित हमले का हिस्सा था।
शादी समारोह खत्म होने के बाद रोहित और जतिन अपनी कार से रोहतक लौट रहे थे। रेलवे क्रॉसिंग पर गेट बंद होने से कार रुक गई। तभी पीछे से एक गाड़ी ने उनकी कार को टक्कर मार दी और 15-20 हथियारबंद युवक घेरा। हमलावरों ने रोहित को कार से खींचकर जमकर पिटाई की। जतिन किसी तरह भाग निकले, लेकिन रोहित पर इतनी बर्बरता हुई कि उनके शरीर पर 30-35 चोट के निशान थे। हमलावर भाग गए। जतिन ने मदद बुलाई और रोहित को पहले भिवानी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें गंभीर हालत में रोहतक के पीजीआईएमएस रेफर कर दिया गया। रातभर चले इलाज के बावजूद 30 नवंबर को रोहित ने दम तोड़ दिया।
रोहित पैरा-पावरलिफ्टिंग में दो बार जूनियर नेशनल रिकॉर्ड होल्डर और सात बार सीनियर नेशनल चैंपियन रह चुके थे। 2018 में उन्होंने नेशनल पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था, जहां उन्हें पैरा ओलंपिक कमिटी ऑफ इंडिया ने सम्मानित किया। उसी साल स्वतंत्रता दिवस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें सम्मानित किया था। रोहित रोहतक के सेक्टर-4 स्थित जिमखाना क्लब में बॉडीबिल्डिंग कोच थे और कई युवाओं को ट्रेनिंग देते थे। दाहिने पैर में विकलांगता होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
परिवार वाले सदमे में हैं। रोहित के जीजा रवि खासा ने कहा, “यह सुनियोजित हत्या है। महिलाओं की इज्जत बचाने की सजा में उसकी जान चली गई। हम मौत की सजा चाहते हैं।” चाचा सतीश धनखड़ ने तो यहां तक कहा कि अपराधियों को ‘एनकाउंटर’ कर देना चाहिए। रोहित की मां और बहन पर यह दुख टूट पड़ा है, क्योंकि वह परिवार का इकलौता सहारा था।
भिवानी सदर थाना प्रभारी विकाश ने बताया कि परिवार की शिकायत पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर में चार नामजद हैं, बाकी की तलाश जारी है। छह संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और हमले वाली एक गाड़ी जब्त कर ली गई। पुलिस जांच में जुटी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हमलावर बारात के ही युवक थे, जो बदला लेने के लिए रेलवे क्रॉसिंग पर घात लगाए बैठे थे।
यह घटना हरियाणा में महिलाओं की सुरक्षा और हिंसा के बढ़ते मामलों पर सवाल खड़े कर रही है। रोहित जैसे साहसी युवा की मौत ने सोशल मीडिया पर #JusticeForRohit अभियान चला दिया है। लोग इसे समाज के लिए चेतावनी मान रहे हैं कि अच्छाई के रास्ते पर चलने वालों को ऐसी सजा न मिले। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द सलाखों के पीछे डाला जाएगा। रोहित की स्मृति में उनके जिम में शोक सभा रखी गई, जहां सैकड़ों प्रशंसकों ने श्रद्धांजलि दी।

