साजिश का खुलासा
जांच के अनुसार, यह साजिश श्रीनगर में चिपकाए गए लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के पोस्टर्स से शुरू हुई। 27 अक्टूबर को श्रीनगर में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को एलईटी के प्रचार पोस्टर चिपकाते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद किया। पूछताछ में सामने आया कि ये लोग एजीएच के नेटवर्क को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे थे। मुख्य आरोपी डॉ. आदिल अहमद राथर को गिरफ्तार किया गया, जिनके बयानों पर आगे की कार्रवाई हुई।
राथर और उनके साथी डॉ. मुजम्मिल शकील पर आईईडी बनाने और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का शक था।
डॉ. मुजम्मिल शकील के फरीदाबाद में किराए के मकान पर छापेमारी की गई, जहां से 300 किलोग्राम आरडीएक्स (विस्फोटक), 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट (आईईडी बनाने वाली रसायनिक सामग्री), दो एके-47 राइफलें, 48 आईईडी असेंबली के पुर्जे और अन्य हथियार बरामद हुए। पुलिस ने इसे “युद्ध जैसी दुकान” करार दिया, जो आतंकी मॉड्यूल की बड़ी योजनाओं का संकेत देता है। फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र गुप्ता ने पुष्टि की कि जे एंड के पुलिस और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीमों ने स्थानीय सहयोग से यह अभियान चलाया।
आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश
प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी डॉक्टर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग मेडिकल कॉलेज से जुड़े थे और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों से लिंक थे। एजीएच, जो अल-कायदा से प्रेरित है, दिल्ली-एनसीआर को निशाना बनाने की योजना बना रहा था। फरीदाबाद की रणनीतिक स्थिति—दिल्ली से निकटता और ग्रामीण इलाकों में छिपने की सुविधा—इसे आतंकियों के लिए आदर्श ठिकाना बनाती थी। पुलिस को शक है कि यह मॉड्यूल हवाला के जरिए फंडिंग ले रहा था और बड़े पैमाने पर आईईडी हमले की तैयारी कर रहा था।
जे एंड के पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह बरामदगी एक बड़े आतंकी हमले को रोकने में महत्वपूर्ण सफलता है। आरोपी संभवतः बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं, जिनके विदेशी आतंकी समूहों से लिंक हो सकते हैं।” पूछताछ जारी है, और और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। सप्लाई चेन ट्रेस करने और अन्य सदस्यों की तलाश पर जोर दिया जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
यह घटना दिल्ली-एनसीआर में हाल के अन्य आतंकी प्लॉट्स की याद दिलाती है, जैसे सितंबर में आईएसआईएस से प्रेरित मॉड्यूल का पर्दाफाश, जहां आईईडी सामग्री बरामद हुई थी।
सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही हाई अलर्ट पर हैं, खासकर दिवाली और अन्य त्योहारों के मद्देनजर। जे एंड के डीजीपी ने कहा, “हमारी खुफिया तंत्र की चुस्ती ने इस साजिश को कुचल दिया।
जनता से अपील है कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें।”
यह कार्रवाई भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ी जीत है, जो आतंकी तत्वों की घुसपैठ को रोकने में सुरक्षा बलों की दक्षता दर्शाती है। जांच जारी है

