new delhi news दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) की एकेडमिक काउंसिल की 1022वीं बैठक में शुक्रवार को कई नए शैक्षणिक कोर्सों को मंजूरी दी गई। इन कोर्सों में एमबीए (एक्जीक्यूटिव) हेल्थ केयर एडमिनिस्ट्रेशन, एमए साइकोलॉजी और बीएससी (आॅनर्स) कंप्यूटर साइंस प्रमुख हैं। इसके साथ ही विदेशी भाषाओं में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किए जाएंगे।
डीयू के एकेडमिक काउंसिल सदस्य प्रो. हरेंद्र नाथ तिवारी ने जानकारी दी कि शैक्षणिक सत्र 2024-2025 से स्कूल आॅफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के तहत फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश, इटालियन और पुर्तगाली भाषाओं में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, शैक्षणिक सत्र 2025-2026 से चीनी, जापानी और कोरियाई भाषाओं में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध होंगे।
रामजस कॉलेज में जापानी भाषा का डिप्लोमा कोर्स
प्रो. तिवारी ने बताया कि रामजस कॉलेज में आगामी सत्र से जापानी भाषा में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, मनोविज्ञान विषय के पाठ्यक्रम में हुए बदलावों को भी एकेडमिक काउंसिल की मंजूरी मिल गई है।
डीयू में होगा ‘मास्टर इन टूरिज्म मैनेजमेंट’ कोर्स
दिल्ली यूनिवर्सिटी की एकेडमिक काउंसिल ने मास्टर इन टूरिज्म मैनेजमेंट को भी हरी झंडी दे दी है। यह कोर्स रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है।
परमानेंट फैकल्टी की नियुक्तियों पर जोर
डीयू के वाइस चांसलर योगेश सिंह ने शनिवार को सभी संबद्ध कॉलेजों के प्रिंसिपल्स से गेस्ट फैकल्टी के बजाय परमानेंट फैकल्टी नियुक्तियों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। एकेडमिक काउंसिल की बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि कॉलेजों को खाली पदों को प्राथमिकता से भरना चाहिए और साल में कम से कम एक या दो बार नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करना चाहिए।
दिल्ली सरकार द्वारा वित्तपोषित 12 कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वीसी ने कहा कि दिल्ली सरकार के साथ चर्चा चल रही है और जल्द ही सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।
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