Mob Lynching Case in Rajasthan Bhilwara: राजस्थान के भीलवाड़ा में बनेड़ा थाना क्षेत्र में एक युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। एफआईआर के अनुसार, शेरू सुसाडिया और उनके चचेरे भाई मोहसिन डोल 16-17 सितंबर की दरमियानी रात लाम्बिया रायला पशु मेले से बैल लेकर मंदसौर वापस आ रहे थे। रात लगभग 3 बजे, जब वे रायला टोल पार कर भीलवाड़ा की ओर बढ़ रहे थे, तभी पीछे से एक कार उनके पीछे आ गई। शेरू ने गाड़ी को मोड़ने की कोशिश की, लेकिन कार ने ओवरटेक करके उनके सामने रुककर उन्हें रोक दिया।
एफआईआर में लिखा है कि रोकने के बाद मोटरसाइकिल सवार कई लोग और आ गए. करीब 14-15 हमलावरों ने शेरू और मोहसिन को घेरकर वैन से बाहर खींच लिया और बिना कुछ सुने पीटना शुरू कर दिया. आरोपियों ने शेरू पर श्गाय काटनेश् का आरोप लगाया। शेरू ने समझाने की कोशिश की कि बैल कानूनी तरीके से खरीदे गए हैं, लेकिन गौरक्षकों ने उसकी बात मानने से इनकार कर दिया.
शेरू का साथी मोहसिन रातभर जंगल में छिपा रहा
मोहसिन ने किसी तरह अपनी जान बचाकर जंगल में शरण ली, जबकि हमलावर शेरू को पीटते रहे। न्यूज वेबसाइट द क्विंट का दावा है कि मोहसिन ने उन्हें बताया कि हमलावरों ने हमारे मवेशी खरीद की रसीदें भी छीन लीं और मारते समय लगातार गौ-तस्कर’ चिल्लाते रहे। मैं किसी तरह भाग निकला, लेकिन शेरू को बेरहमी से पीटते रहे। रातभर मुझे मदद नहीं मिली, इसलिए जंगल में ही छिपा रहा। शेरू के भाई मंजूर पेमला ने बताया कि हमारा भाई निर्दोष था। उसने सिर्फ कानूनी तरीके से पालतू जानवर खरीदे थे, फिर भी गौरक्षकों ने झूठे आरोप लगाकर उसे पीट-पीटकर मार डाला। शेरू मध्य प्रदेश के मंदसौर के रहने वाले थे। भाई मंजूर पेमला ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि गौ-तस्करी के शक में गौरक्षकों की भीड़ ने शेरू को बेरहमी से पीटा, जिसके बाद 19 सितंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हम सिर्फ बैल खेतों के लिए लेकर जा रहे थे
मोहसिन का कहना है कि हम सिर्फ बैल खेतों के लिए लेकर जा रहे थे, लेकिन गौरक्षकों ने धर्म के नाम पर गालियां देकर हमें मार-पीट कर जंगल में फेंक दिया। गौ रक्षकों ने 36 हजार रु छीन लिए, फिर 50 हजार की फिरौती भी मांगी। एफआईआर के मुताबिक, मारपीट के दौरान आरोपियों ने शेरू के पास रखे 36 हजार रुपए भी छीन लिए। इसके बाद, कुणाल नामक आरोपी ने शेरू के फोन से कॉल कर 50 हजार रुपए फिरौती मांगी और धमकी दी कि पैसा नहीं दिया तो शेरू को जान से मार देंगे। इसके बाद शेरू का फोन बंद कर दिया गया। द क्विंट ने मंजूर पेमला के हवाले से बातया कि रात करीब 3ः30 बजे मुझे फोन आया था। आरोपियों ने पहले शेरू से बात करवाई। शेरू ने बताया कि उसे गौरक्षकों ने पकड़ लिया है। उसके बाद आरोपियों ने फोन छीनकर मुझसे फिरौती मांगी और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो शेरू को जान से मार देंगे।

गंभीर चोट और मौत
सिर में गंभीर चोट लगने के कारण शेरू को पहले भीलवाड़ा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और बाद में जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गय। गंभीर हालत में शेरू ने 19 सितंबर को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल के रेफरल दस्तावेज बताते हैं कि शेरू को सिर में गंभीर चोट लगने के कारण न्यूरोसर्जरी के लिए जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज (एसएमएस) अस्पताल भेजा गया था।

