ज़ेलेंस्की और स्टार्मर की मुलाक़ात,ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन की तैयारियाँ तेज़

London News: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने गुरुवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर के साथ डाउनिंग स्ट्रीट में मुलाक़ात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई जब एक दिन बाद, शुक्रवार को अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन होने वाला है। इस मुलाक़ात का उद्देश्य यूक्रेन-रूस युद्ध में युद्धविराम की संभावनाओं और यूक्रेन के सुरक्षा हितों पर चर्चा करना था।
ज़ेलेंस्की और स्टार्मर के बीच लगभग दो घंटे तक चली इस बैठक में यूक्रेन को दीर्घकालिक समर्थन और रूस पर दबाव बढ़ाने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श हुआ। कीर स्टार्मर ने इस मौक़े पर यूक्रेन के प्रति ब्रिटेन की “अटूट” प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को बलपूर्वक नहीं बदला जा सकता। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि रूस युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होता, तो ब्रिटेन रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार है।
दूसरी ओर, क्रेमलिन ने घोषणा की है कि ट्रंप और पुतिन अलास्का के जॉइंट बेस एल्मेंडोर्फ-रिचर्डसन में एकांत में मुलाक़ात करेंगे और इसके बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। यह शिखर सम्मेलन यूक्रेन में तीन साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। ट्रंप ने पहले कहा है कि यदि यह बैठक सफल रही, तो वे जल्द ही ज़ेलेंस्की और पुतिन के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक करना चाहेंगे। हालांकि, ज़ेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया है कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं होगा।
ज़ेलेंस्की ने ट्रंप-पुतिन वार्ता से पहले यूरोपीय नेताओं के साथ सक्रियता दिखाई है। बुधवार को उन्होंने बर्लिन में जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ वर्चुअल कॉल में हिस्सा लिया, जिसमें ट्रंप भी शामिल थे। इस कॉल में यूरोपीय नेताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यूक्रेन के बिना उसकी भविष्य की सुरक्षा पर कोई निर्णय नहीं लिया जाना चाहिए। ज़ेलेंस्की ने चेतावनी दी कि पुतिन युद्ध समाप्त करने की अपनी मंशा के बारे में “झांसा” दे रहे हैं।
ट्रंप ने इस कॉल को “10/10” करार दिया और कहा कि रूस को युद्ध बंद न करने पर “गंभीर परिणाम” भुगतने होंगे। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये परिणाम क्या होंगे। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अमेरिका और रूस के बीच युद्धविराम के लिए एक “वेस्ट बैंक-जैसी” व्यवस्था पर चर्चा हुई है, जिसमें रूस का कब्ज़ा वाले यूक्रेनी क्षेत्रों पर सैन्य और आर्थिक नियंत्रण हो सकता है। लेकिन ज़ेलेंस्की ने ऐसी किसी भी योजना को सिरे से खारिज कर दिया है।
यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगी इस बात से चिंतित हैं कि ट्रंप-पुतिन वार्ता में यूक्रेन को दरकिनार कर कोई समझौता न हो जाए, जिससे उसकी सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता खतरे में पड़ जाए। स्टार्मर और अन्य यूरोपीय नेताओं ने “कोएलिशन ऑफ द विलिंग” के तहत यूक्रेन में शांति स्थापना के लिए एक बल तैनात करने की योजना का समर्थन किया है, बशर्ते युद्धविराम हो।
अलास्का शिखर सम्मेलन के परिणामों पर न केवल यूक्रेन और रूस, बल्कि पूरे यूरोप और वैश्विक समुदाय की निगाहें टिकी हैं। क्या यह बैठक युद्ध को समाप्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाएगी, या केवल एक और राजनयिक मुलाक़ात साबित होगी, यह देखना बाकी है।

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